नगर निगम के तालाबों पर प्रॉपर्टी डीलर ने जमाया कब्जा, मंडलायुक्त को जानकारी मिली तो हुईं नाराज, उठाया यह कदम!

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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लखनऊ। नगर निगम के तालाबों पर प्रॉपर्टी डीलर के कब्जे की शिकायत सुनकर मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने नाराजगती जताई। उन्होंने अधिशासी अधिकारी बंथरा को प्रतिकूल प्रविष्ट देने के साथ ही प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और तालाब को तत्काल कब्जा मुक्त कराने के आदेश दिए। जिले की पांच तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस पर 578 प्रकरण आए और 110 का मौके पर निस्तारण किया गया।

मंडलायुक्त संपूर्ण समाधान दिवस पर सरोजनीनगर तहसील पहुंचीं और 133 शिकायतें सुनीं। जिसमें 17 का मौके पर ही निस्तारण किया गया। शिकायतकर्ता शिवा सिंह ने बताया कि ग्राम बंथरा सिकंदरपुर में नगर निगम के तालाबों पर प्रॉपर्टी डीलर ने अवैध कब्जा कर लिया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करके प्लाटिंग करने वाले भू-माफियाओं और संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई की जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप सभी अधिकारी लोगों की शिकायतों का निस्तारण त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से एक सप्ताह में करें। कहा कि शिकायतों के निस्तारण में यदि कोई समस्या है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए जानकारी दें। कहा कि अवैध निर्माण को तत्काल रोका जाए, जिससे कि आम जनमानस को वास्तविक न्याय मिल सके।

जनसुनवाई के दौरान मंडलायुक्त को शिकयतकर्ता ने बताया कि अमल दरामद आदेश के बाद भी अनावश्यक रूप से आरके पटल प्रभारी अजय शुक्ला की ओर कार्यवाही नहीं की जा रही है और कई प्रकरण काफी समय से लंबित है। जिस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अमल दरामत आदेश के बाद भी अनावश्यक रूप से कार्य में शिथिलता बरतने वाले प्रभारी आरके पटल अजय शुक्ला को आरोप-पत्र दिया जाए। शिकायतकर्ता नरेंद्र ने बताया गया कि ग्राम-तेज किशन खेड़ा में पूर्व ब्लाक प्रमुख व वर्तमान प्रधान ग्राम समाज की सरकारी जमीन पर कब्जा करके निर्माण करा रहे हैं।

मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करते हुए अवैध कब्जा मुक्त कराने के निर्देश दिए। कहा कि शिकायतों का वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर जांच कर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराएं। यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है या निस्तारण में लापरवाही बरती है तो संबंधित के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

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