केजीएमयू : डॉक्टर और कर्मचारियों को दवा के लिए काटना पड़ रहा चक्कर, गुणवत्ता पर भी उठ रहे सवाल

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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लखनऊ, अमृत विचार। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में शिक्षकों यानी कि डॉक्टरों को दवा लेने के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है यही हाल यहां के कर्मचारियों का भी है। इतना ही नहीं जो दवा डॉक्टर और कर्मचारियों को मिलती है उसकी गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है।

दरअसल यहां उस दवा की बात हो रही है जो केजीएमयू के शिक्षक व कर्मचारियों और मरीजों को लोकल परचेज के माध्यम से चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय से उपलब्ध कराई जाती है।

दवा की गुणवत्ता और समय पर दवा उपलब्ध कराने को लेकर केजीएमयू टीचर एसोसिएशन की तरफ से कुलपति को पत्र भी लिख कर उचित कार्रवाई की मांग की गई है।

केजीएमयू टीचर एसोसिएशन की तरफ से कुलपति को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के तरफ से जो दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं उनकी गुणवत्ता ठीक नहीं है। साथ ही यह भी कहा है कि महज दवा के लिए शिक्षकों को कई बार चक्कर काटना पड़ता है जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है और मरीजों को भी इसका नुकसान उठाना पड़ता है।

पत्र में कहा गया है कि शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं मरीजों को लोकल पर्चेज आदि के माध्यम से उपलब्ध करायी जाने वाली दवाइयां समय से नहीं दी जा रही हैं। शिक्षकों से प्राप्त फीडबैक से प्रतीत होता है कि अधिकांश शिक्षक चिकित्सीय परामर्श के सापेक्ष एल.पी. के माध्यम से दी जाने वाली दवाइओं की गुणवत्ता से भी संतुष्ट नहीं हैं। 

दवाई आपूर्ति करनेवाले अनुभाग स्तर से शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं मरीजों को दवाईयों के उपलब्धता सम्बंधी कोई सूचना उपलब्ध नहीं करायी जाती है।

जिसके कारण प्रधानमंत्री/ मुख्यमंत्री राहत से अनुदान प्राप्त अन्य जिलों से आने वाले मरीजों व केजीएमयू के शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के महीनों चक्कर लगाना पड़ रहा हैं। स्पष्ट है कि सरकार स्तर से पर्याप्त बजट मुहैया कराने के बाद भी मरीजों को समय से दवाइयां न मिलने से उपचार में बाधा उत्पन्न हो रही है, जो अत्यंत कष्टदायक एवं गम्भीर विषय है।

केजीएमयू के टीचर एसोसिएशन ने कुलपति से अनुरोध किया है कि चिकित्सक के परामर्शानुसार शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं मरीजों को लोकल पर्चेज आदि के माध्यम से उपलब्ध करायी जाने वाली दवाइयों को गुणवत्तापूर्ण एवं समय से उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के सम्बंधित अनुभाग को अपने स्तर से प्रभावी निर्देश देने की कृपा करें। 

दवाइयों की आपूर्ति करनेवाले अनुभाग को सम्बंधित मरीजों के मोबाइल पर सम्पूर्ण दवाइयों की उपलब्धता की सूचना देने का भी निर्देश देने की कृपा करें, जिससे दवाइयों के लिए चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के अनावश्यक चक्कर लगाने में अपना बहुमूल्य समय व पैसा बर्बाद न करना पड़े और उपचार के लिए निर्बाध रूप से दवाइयों का सेवन कर स्वास्थ्य लाभ ले सकें।

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