मध्यप्रदेश : कमलनाथ ने मांगी सभी प्रत्याशियों से रिपोर्ट, विधायकों ने जताई  उनमें आस्था

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Published By Om Parkash chaubey
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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आज कांग्रेस द्वारा सभी अधिकृत प्रत्याशियों की बैठक बुलाई गई, जिसमें कमलनाथ ने सभी प्रत्याशियों से चुनाव और संगठन को लेकर अलग-अलग दो रिपोर्ट मांगी हैं। पार्टी की करारी हार के बाद नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही अटकलों के बीच बैठक के बाद सभी प्रत्याशियों और विधायकों ने कमलनाथ के नेतृत्व में आस्था भी जताई।

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पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कांग्रेस की समीक्षा बैठक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में संपन्न हुई। कमलनाथ ने बैठक में कहा कि साल 1977 में कांग्रेस इससे भी बुरी तरह से हारी थी, उस समय इंदिरा गांधी और संजय गांधी जैसे देश के शीर्ष नेता भी चुनाव हारे थे। पूरा माहौल कांग्रेस के खिलाफ लगता था, लेकिन सभी एकजुट हुये और मैदान में आये।

तीन साल बाद हुये चुनाव में 300 से अधिक सीटों के साथ इंदिरा गांधी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी। उन्होंने इसी क्रम में प्रत्याशियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि इसी तरह अब भी कांग्रेस को चार महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाना है और पूरी ताकत के साथ अपनी सरकार बनाना है। कमलनाथ ने कहा कि सभी प्रत्याशी और विधायक अपने चुनाव की पूरी समीक्षा करें और अगले दस दिन के अंदर दो अलग-अलग रिपोर्ट भेजें।

एक रिपोर्ट में चुनाव का विश्लेषण और दूसरी रिपोर्ट में संगठन की समीक्षा गुप्त रूप से भेजी जाये। उन्होंने कहा कि वे जल्दी ही पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे और लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी पार्टी जुट जायेगी। बैठक में कई प्रत्याशियों ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां कांग्रेस बड़े अंतर से पराजित हुई है, वहां 100 से अधिक ईवीएम मशीनें मतगणना के समय 99 प्रतिशत तक चार्ज मिली, जबकि मतदान के दौरान 10 घंटे से ज्यादा इनका उपयोग हो चुका था।

ऐसे मे ईवीएम बदले जाने का संदेह पैदा होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब डाक मतपत्र में कांग्रेस को प्रचण्ड बहुमत मिल रहा था तो मशीन में अचानक से कम हो जाना संदेह पैदा करता है। कमलनाथ ने कहा कि ईवीएम को लेकर उन्हें बहुत सी शिकायतें मिली हैं।

इस मुद्दे को वे राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष दिल्ली की बैठकों में उठायेंगे। बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अजय सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, कमलेश्वर पटेल, रामनिवास रावत, रामेश्वर नीखरा, औंकार मरकाम सहित कांग्रेस के सभी जीते हुए विधायक और प्रत्याशी उपस्थित थे।

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