बरेली: समाधान दिवस से एसडीएम और सीओ गायब, कमिश्नर ने पकड़ा, एक दिन का वेतन काटने के साथ मांगा जवाब

Amrit Vichar Network
Published By Om Parkash chaubey
On

अचानक पहुंची कमिश्नर, दोनों के न मिलने पर हुईं नाराज

बरेली/फरीदपुर, अमृत विचार : सम्पूर्ण समाधान दिवस को भी अधिकारी गंभीरता से नहीं लेते हैं। यही वजह है कि वह इससे गायब रहते हैं। शनिवार को फरीदपुर तहसील में आयोजित समाधान दिवस से एसडीएम और सीओ गायब थे। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल और पुलिस महानिरीक्षक डॉ. राकेश कुमार सिंह अचानक तहसील दिवस पहुंचे तो दोनों अधिकारियों के गायब होने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की।

मंडलायुक्त ने दोनों का एक दिन का वेतन काटने के साथ जवाब मांगा है। वहीं एसडीएम समाधान दिवस में पहुंचीं और मंडलायुक्त से माफी मांगते हुए भविष्य में ऐसा दोबारा न होने की बात कही। दरअसल, संपूर्ण समाधान दिवस इसलिए आयोजित होते हैं, ताकि एक ही जगह सभी समस्याओं का समाधान हो सके।

शनिवार को फरीदपुर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में एसडीएम फरीदपुर निधि डोंडवाल और सीओ गौरव कुमार कुर्सी से गायब मिले। संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे कमिश्नर और आईजी को देखकर अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। एसडीएम-सीओ के गैर हाजिर होने को लेकर जानकारी करने पर बताया कि वह क्षेत्र में हैं। यह सुनकर कमिश्नर और नाराज हो गईं। उन्होंने दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है।

इसके अलावा एक-एक दिन का वेतन काटने के भी आदेश दिए हैं। सूचना पाकर एसडीएम आनन-फानन में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंची, जहां पर कमिश्नर के सामने गलती के लिए माफी मांगी। कहा कि, आगे से ऐसा नहीं होगा। मौके पर अफरा-तफरी जैसा माहौल रहा। इसी बीच मीरा नाम की एक महिला अपनी समस्या लेकर पहुंची। उसकी बात सुनकर कमिश्नर ने तत्काल फरीदपुर के ईओ को तलब कर समस्या को दूर करने के आदेश दिए।

कमिश्नर ने समाधान दिवस में रखे रजिस्टर में दोनों अधिकारियों को गैर हाजिर किया है। वह रजिस्टर को भी अपने साथ ले गईं हैं। समाधान दिवस में सबसे अधिक शिकायतें अवैध कब्जे और राजस्व से संबंधित रहे।

ये भी पढ़ें - बरेली: पुलिस ने 26 दिन बाद लिखी ई-रिक्शा लूट की रिपोर्ट, नशीले लड्डू खिलाकर चालक को फेंका था

संबंधित समाचार