पीलीभीत: मेडिकल कॉलेज छोड़ निजी अस्पताल में बैठे रहे थे चिकित्सक, जवाब तलब

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Published By Vikas Babu
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पीलीभीत, अमृत विचार: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक तरफ मेडिकल कॉलेज में स्टाफ बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। वहीं हाल में ही ज्वाइन करने वाले दो चिकित्सक मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के अलावा निजी अस्पतालों में भी प्रैक्टिस करने लग गए। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल और प्राचार्य से हुई तो अब दोनों चिकित्सकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इन्हें तीन दिन में जवाब देना होगा।

मेडिकल कॉलेज बनने के बाद हाल में हुई भर्ती में डॉ. तनवीर खां और डॉ. विकास अग्रवाल ने ज्वाइन किया था। डॉ. तनवीर खां नेत्र विभाग और डॉ. विकास अग्रवाल सर्जरी विभाग के चिकित्सक पैनल में शामिल हैं।  आरोप है कि ये मेडिकल कॉलेज ज्वाइन करने के बावजूद निजी अस्पतालों में प्रैक्टिस कर रहे हैं।

जबकि सख्त निर्देश हैं कि मेडिकल कॉलेज में  सेवा देने वाले चिकित्सक निजी प्रैक्टिस नहीं करेंगे। जिसका असर ओपीडी में दिखाई दे रहा था। बीते दिनों एक युवक ने गोपनीय पत्र भेजकर इसकी शिकायत दर्ज कराई। जिस पर प्राचार्य डॉ. संजीव सक्सेना ने दोनों चिकित्सकों से निजी प्रैक्टिस को लेकर लिखित स्पष्टीकरण तलब किया है।

हालांकि अभी तक दोनों चिकित्सकों के द्वारा लिखित में स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। प्राचार्य ने बताया कि निजी प्रैक्टिस की शिकायत मिली थी। जिस पर दो चिकित्सकों से जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।

मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जन ने किया ज्वाइन
चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की पूर्ति तेजी से की जा रही है। ताकि जिले वासियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले सके। अभी तक मेडिकल कॉलेज में न्यूरो सर्जन नहीं था। जिस वजह से तमाम मरीजों को रेफर किया जाता था। मगर अब डॉ. अमित कोहली ने ज्वाइन किया है। जिसका लाभ मरीजों को मिलेगा।

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