World wetlands day : सीएम योगी आदित्यनाथ ने विश्व वेटलैंड्स दिवस पर दी शुभकामना

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Published By Jagat Mishra
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एक सप्ताह से चल रहा नेचर एवं बर्ड फेस्टिवल, हैदरपुर वेटलैंड में शुक्रवार को होगा समापन 

लखनऊ, अमृत विचार। आम जनमानस को आर्द्र भूमि के संरक्षण एवं सवर्धन के प्रति जागरूक करने के लिये दो फरवरी को विश्व आर्द्र भूमि दिवस मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में एक सप्ताह से चल रहे नेचर व बर्ड फेस्टिवल का शुक्रवार को विश्व वेटलैंड दिवस पर मुजफ्फरनगर वन प्रभाग के हैदरपुर वेटलैंड में समापन होगा। नेचर व बर्ड फेस्टिवल का शुभारंभ  27 जनवरी को शहीद चंद्रशेखऱ आजाद पक्षी विहार, नवाबगंज, उन्नाव से हुआ था। वहीं दो फरवरी को योगी सरकार की तरफ से वेटलैंड मित्रों का सम्मान भी किया जाएगा। 

प्रकृति से जुड़े रहें बच्चे, प्रतियोगिताओं के जरिए उनके मनोभावों को मिलेगा आसमां    
वन विभाग की ओर से पूरे सप्ताह कई प्रभागों में अनेक आयोजन भी हुए। मुजफ्फरनगर के डीएफओ कन्हैया पटेल ने बताया कि विश्व वेटलैंड दिवस पर दो फरवरी को हैदरपुर वेटलैंड में कई आयोजन होंगे। आर्द्र भूमि का संरक्षण व सराहनीय कार्य करने वाले वेटलैंड मित्रों, गंगा प्रहरी, बर्ड वाचिंग के लिए अच्छा काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। बच्चे प्रकृति से कैसे जुड़े रहें, इसके लिए पेंटिंग प्रतियोगिता के जरिए उनके मनोभावों को जाना जाएगा। उन्हें बर्ड वॉचिंग, वेटलैंड भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही गंगा बैराज बिजनौर में लगभग 1000  कछुओं को छोड़ा जाएगा। बर्ड फेस्टिवल के आयोजन में वन विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों, संस्थाओं, शैक्षिक संस्थानों, वन्यजीव फोटोग्राफर्स आदि की सहभागिता रहेगी। रंगोली प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी के विजेताओं के साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले राजकीय अधिकारियों/कर्मचारियों को पुरस्कृत कर उनकी हौसलाअफजाई की जाएगी। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी शुभकामना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विश्व वेटलैंड्स दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विश्व वेटलैंड्स दिवस 2024 की विषयवस्तु 'आर्द्रभूमि व मानव कल्याण' अत्यंत प्रासंगिक है।  पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग की तरफ से होने वाले कार्यक्रमों की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गंगा व यमुना के मैदानी भागों में भौगोलिक परिस्थितियोंवश प्रचुर मात्रा में वेटलैंड्स पाए जाते हैं। यह सर्वाधिक उपयोगी पारिस्थितिकी तंत्र होने के साथ ही विभिन्न खाद्य पदार्थों, व्यापार हेतु सामग्री व ईको पर्यटन सहित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय समुदाय को रोजगार उपलब्ध कराते हैं। वेटलैंड्स-राज्य पक्षी सारस, राज्य जलीय जीव डॉल्फिन, राज्य पशु बारहसिंगा व विभिन्न स्थानीय व प्रवासी पक्षियों तथा वन्य प्राणियों के वास स्थल होने के साथ ही पेयजल व भूगर्भ जल स्रोतों के पुनर्भरण में अत्यंत भूमिका का निर्वहन करते हैं। संपूर्ण समाज का उत्तरदायित्व है कि अपनी आवश्यकताएं सीमित रखते हुए पर्यावरण के अनुकूल दिनचर्या बनाकर वेटलैंड्स को सुरक्षित रखने में योगदान दें।

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