सांसद राजवीर समर्थकों के साथ हुए टकराव पर बीजेपी नेता अनीता लोधी ने की खुलकर बात, कहा- सांसद की सर्वे रिपोर्ट...
रंजीत गुप्ता कासगंज, अमृत विचार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलंदशहर से 2024 के आम चुनाव में भाजपा की ओर से बुलंद उद्घोष किया तो उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशियों ने अपने-अपने क्षेत्र चुनकर उनमें तैयारी शुरू कर दी है। कुछ लोकसभा क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां से भाजपा के धुरंधर सांसद हैं, जिनकी अपनी पकड़ है। कुछ ऐसा ही क्षेत्र है एटा लोकसभा सीट। यहां पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया पिछले दो बार से भाजपा के टिकट पर सांसद हैं। कल्याण सिंह का घर माने जाने वाला एटा लोकसभा क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में राजनीतिक सरगर्मियों से चर्चा में है।
कल्याण सिंह (बाबूजी) की विरासत को संभाल रहे उनके बेटे राजू भैया की दावेदारी को बुलंदशहर की डिबाई सीट से 2017 से 22 तक भाजपा के टिकट पर विधायक रहीं अनीता लोधी ने उन्हें चुनौती दे दी है। इस चुनौती के बाद दोनों के समर्थक आपस में टकरा गए और मामला ठाणे दरबार तक पहुंच गया पहले पहले दौर में ही अनीता लोधी के खिलाफ कासगंज के रहने वाले अखिलेश वर्मा ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराकर उन्हें चेतावनी दी है कि यह क्षेत्र राजू भैया के लिए ही आरक्षित है।
पिछले 24 घंटे में हुए घटनाक्रम और अनीता लोधी पर मुकदमे के मामले में अमृत विचार के संवाददाता रंजीत गुप्ता के साथ अनीता लोधी ने टेलिफोनिक बात की। पेश है उनके टेलिफोनिक इंटरव्यू के महत्वपूर्ण अंश--
सवाल – देर रात आप पर मुकदमा दर्ज हुआ है, क्या प्रतिक्रिया है आपकी? तहरीर आपने पहले दी थी लेकिन आपकी ओर से मुकदमा दर्ज नहीं किया गया उल्टा आपके ऊपर अखिलेश की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है?
जवाब– इस मामले में मैं ऊपर शिकायत कर रही हूं। डीजीपी से मेरी बात हुई है। पुलिस मेरा साथ नहीं दे रही है। इस मामले को लेकर मैं मुख्यमंत्री योगी जी से भी मिलूंगी। इस मामले में आप जानते हैं कि किसकी शह पर पुलिस नहीं सुन रही है।। अब मैं आपको क्या बताऊं?

सवाल – आप एटा लोकसभा से तैयारी कर रही हैं, ऊपर केंद्रीय कमेटी के नॉलेज में है कि आप यहां पर तैयारी कर रही हैं आवेदन किया है आपने?
जवाब– हां, केंद्रीय कमेटी के नॉलेज में है लेकिन इस मामले में अभी मेरी कोई बातचीत नहीं हुई है, जो घटना है। अभी सुबह से मैं इस पूरी घटना की जानकारी आला कमान को दे रही हूं। इसी में व्यस्त हूं।
सवाल – आपने एटा लोकसभा को क्यों चुना है, जबकि आप जानती हैं कि यह बाबूजी कल्याण सिंह की सीट रही है?
जवाब– देखिए, एक कार्यकर्ता के नाते मैंने यहां आवेदन किया है। यह एक कार्यकर्ता का अधिकार है। निश्चित तौर पर बाबूजी का रसूख है। बाबूजी हम सब के आदरणीय हैं। सम्माननीय हैं, बात रही सांसद जी की तो मेरे पास सूचना थी कि माननीय सांसद जी इस सीट को बदलना चाहते हैं। उनके खिलाफ यहां शोर है और उनकी सर्वे रिपोर्ट भी यहां नेगेटिव आई है। इसलिए मैंने यहां पर आवेदन किया है। मेरे पास सूचना है कि यहां जिसको भी टिकट मिलेगा वो लोधी समाज से ही होगा।
सवाल – आपको कैसे पता चला कि वर्तमान सांसद राजवीर सिंह की सर्वे रिपोर्ट नेगेटिव गई है या उनका टिकट कटने वाला है?
जवाब– मैं आपको कैसे बताऊं कि मुझे कैसे पता चला। जैसे आपके पास इनपुट रहते हैं इसी तरह मेरे पास भी इनपुट हैं। आप पत्रकारिता कर रहे हैं, आपके अपने सूत्र हैं। इसी तरह मेरे सूत्र हैं जिसके जरिए मुझे जानकारी मिली है।
सवाल – आपने एटा लोकसभा सीट के लिए दावेदारी की है, क्या इसके लिए आपने कोई आवेदन केंद्रीय कमेटी, प्रदेश कमेटी को दिया है?
जवाब–– मैंने अपना आवेदन केंद्रीय कमेटी प्रदेश कमेटी और जिला कमेटी को दिया है। सबको पता है कि मैं यहां से आवेदन कर रही हूं। प्रॉपर चैनल के जरिए मैं यहां दावेदारी करने आई हूं। संगठन की सहमति के बाद ही यहां प्रयास करने पहुंची हूं। हमारी पार्टी में स्वतंत्रता है, आप मेहनत करिए, प्रयास करिए तो मैं यहां प्रयास कर रही हूं।
सवाल – आप भाजपा में कब से हैं और सक्रिय तौर पर कब से राजनीति कर रही हैं? अपने राजनीतिक जीवन और व्यक्तिगत जिंदगी के बारे में कुछ बताएं?
जवाब– देखिए मैं 10 साल से राजनीतिक तौर पर सक्रिय हूं और भारतीय जनता पार्टी के साथ ही काम कर रही हूं। इससे पहले मैं अपने पति के साथ बिजनेस कर रही थी। अपनी कंपनी में डायरेक्टर हूं। हमारी गाजियाबाद में एक इलेक्ट्रिक कंपनी है जिसमें मैं बिजनेस डायरेक्टर थी, हमारी कंपनी इलेक्ट्रिकल कंट्रोल पैनल्स की मैन्युफैक्चरिंग करती है।
सवाल– आपने कहां तक शैक्षिक योग्यता प्राप्त की है?
जवाब–– मैं डॉक्टरेट हूं। एग्रीकल्चर से मैंने बीएससी किया है। एमएससी प्लांट पैथोलॉजी में मैंने पीएचडी की है। गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय उत्तराखंड की थ्रू आऊटफर्स्ट क्लास पास हूं।
सवाल – जैसा कि आपने बताया की आप एग्रीकल्चर में डॉक्टरेट हैं, 10 साल से राजनीति कर रही हैं, आप शुरू से भाजपा में हैं या किसी अन्य दल से भी आपका सरोकार रहा है?
जवाब– देखिए मेरे पिता गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और आरएसएस के खंडकारवाह रहे हैं तो मेरी राजनीतिक पृष्ठभूमि शुरू से ही संघ और भाजपा की रही है।
सवाल – तो मूल रूप से आप कहां की रहने वाली हैं, उत्तराखंड से या यूपी से?
जवाब– मेरे पिता उत्तराखंड के बल्लभ गोविंद पंत विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे हैं लेकिन मूल रूप से मैं आगरा के सदर तहसील के बल्हारा गांव की रहने वाली हूं। मेरी ननिहाल एटा के पथरी की में है और मेरी ससुराल बुलंदशहर जनपद के शहदवा गांव में है।
सवाल – एटा लोकसभा पर आपने एक चुनौती पेश कर दी है?
जवाब– जी, मैंने चुनौती नहीं पेश की है। मैं यहां चुनाव लड़ने आई हूं। आप ही बताइए अगर आपको कोई अच्छा ऑफर मिले, किसी दूसरे चैनल में आपको ब्यूरो चीफ बनाया जाए तो आप दूसरे शहर जाएंगोे? ठीक इसी तरह मैं भी यहां एटा आकर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। अगर आपको किसी चैनल हेड बनाया जाता है तो आप भी स्वीकार करेंगे। इसी तरह राजनीति में भी अगर बढ़ने का अवसर अगर मिलता है तो प्रत्येक व्यक्ति बढ़ने का प्रयास करता है। मैं भी ये ही काम कर रही हूं। मैंंने सिर्फ प्रयास किया है और अगर किसी को यह चुनौती लग रही है तो मैं इसमें क्या कर सकती हूं।
सवाल– बाबूजी की विरासत को लेकर राजू भैया आगे बढ़ रहे हैं, इसलिए मैंने चुनौती शब्द यूज किया है। एटा लोकसभा सीट पर किसी अन्य लोधी नेता ने आवेदन नहीं किया, लेकिन आपने किया है। इस पर क्या कहेंगी?
जवाब– देखिए मैंने किसी को चुनौती नहीं दी है। मैंने सिर्फ अपना आवेदन किया है। यहां पर राजू भैया के होने के कारण किसी ने अपना आवेदन क्यों नहीं किया। यह समाज का वही व्यक्ति बता सकता है जो उनके रहते आवेदन नहीं कर पा रहा था या क्यों नहीं कर पा रहा था उसका कारण वह लोग जानते हैं या फिर समाज जानता है मुझे मौका मिला है मैं आवेदन दिया है।
सवाल – आपके साथ कल जो घटना हुई है उसको लेकर पुलिस आपकी नहीं सुन रही है उल्टा आपके ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ। आपको लगता है कि यहां कोई शह काम कर रही है?
जवाब– देखिए यह बात सच है कि पुलिस मेरी नहीं सुन रही है, लेकिन अगर पुलिस मेरी नहीं सुनेगी तो डीजीपी साहब सुनेंगे। वो नहीं सुनेंगे तो मुख्यमंत्री योगी जी से बात करूंगी, वो मेरी बात सुनेंगे।
सवाल – क्या इस मामले को लेकर सीएम योगी से मिलना चाहती हैं? कब तक मिलने का प्लान है?
जवाब– देखिए इस मामले में मैं आपको नहीं बता सकती की मुख्यमंत्री जी से कब मिलने जाऊंगी लेकिन हां मिलकर शिकायत जरूर करूंगी और जल्दी मिलने जाऊंगी।
सवाल– आपके ऊपर आरोप लगा है कि आपने अखिलेश वर्मा पर जानलेवा हमला किया है? इस बारे में डीजीपी से क्या बात हुई है आपकी?
जवाब– देखिए इस मामले में मैंने बात की है लेकिन यह बताइए कि मैं यहां चुनाव लड़ने आई हूं या किसी पर हमला करने। मैं यहां आकर ऐसा कैसे कर सकती हूं। जो लोग खुद दूसरों की जान पर खतरा बने हुए हैं उन पर कोई कैसे जानलेवा हमला कर सकता है क्या ? जिन लोगों ने मेरे विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है उनकी पृष्ठभूमि देखी है आपने? आप मेरी पृष्ठभूमि देख सकते हैं। क्या मैं ऐसा कर सकती हूं?
सवाल – बीजेपी आपको यहां से अगर उम्मीदवार घोषित भी कर दें तो आज पार्टी की स्थिति यह है कि पार्टी दो पक्षों में बंट सकती है। इस डैमेज को आफ कैसे कंट्रोल करेंगी?
जवाब– डैमेज कैसा डैमेज?
सवाल – डैमेज मतलब जो कल हुआ। आपके मुताबिक राजू भैया के समर्थकों ने आपके खिलाफ नारेबाजी की आपके और उनके बीच संघर्ष हुआ यह जो डैमेज हुआ है किस तरह मैनेज होगा?
जवाब–देखिए, उनके समर्थक और मेरे समर्थक आमने-सामने आ गए। इसमें ना वो कुछ कर सकते हैं ना मैं। जो डैमैज है उसे जनता ही कंट्रोल करेगी।
सवाल– आपको क्या लगता है आपके समर्थन में यहां कौन है? अगर हम भाजपा के विधायकों की बात करें यहां पांच विधानसभा हैं, तीन कासगंज और दो एटा की तो आपके पक्ष में कितने विधायक हैं?
जवाब– देखिए जब से मैंने अपने होर्डिंग यहां लगाए हैं तब से 2000 से ज्यादा लोगों के मेरे पास फोन कॉल्स आए हैं। ऑन रिकॉर्ड है मैं आपको दे सकती हूं। अगर विधायकों की बात करें तो आप समझ सकते हैं मेरे साथ कौन-कौन विधायक हैं। यह आपसे बेहतर कौन जानता है। लोग मेरे संपर्क में हैं। वह भाजपा के ही लोग हैं। बाहर के नहीं हैं ना सपा के हैं ना बसपा के हैं भाजपा के लोग ही मेरे संपर्क में है। जहां तक विधायकों के समर्थन का सवाल है तो इसका जवाब देना मैं उचिन नहीं समझती।
सवाल– आप यहां दावेदारी कर रही हैं, कैंपेनिंग भी कर रही हैं, आपको पता है कि कुछ गणित के बाद ही बीजेपी यहां से मजबूत होती है, सपा ने यहां से शाक्य समाज से प्रत्याशी दिया है, महादीपक सिंह शाक्य भी शाक्य समाज से हैं जो कई बार सांसद रहे हैं ऐसे में आपको नहीं लगता कि बीजेपी यहां कमजोर हुई है?
जवाब– देखिए अगर हम जातियों की बात करें तो चुनाव में जातियों का उतना महत्व नहीं है। हां महत्व जरूर है लेकिन पीएम मोदी के कद और चेहरे के आगे सब बौैने दिखते हैं। पीएम मोदी के कार्यकाल में जो काम हुए हैं। योजनाएं हैं लोगों ने लाभ लिया है और इन सब को दृष्टिगत रखते हुए जनता मोदी जी को वोट कर रही है। आज का युवा जो कल वोट करेगा वह मोदी जी के चेहरे पर वोट करेगा तो मुझे नहीं लगता कि जातिगत समीकरण के हिसाब से भाजपा यहां कमजोर हो रही है बल्कि सच तो यह है कि भाजपा मोदी जी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है और यहां खूब मजबूत है।
सवाल– कल की घटना के बाद राजू भैया के समर्थक वा कासगंज के कई लोग यह कह रहे हैं अनीता लोधी को राजू भैया के विरोधी यहां लेकर आए हैं, वो ही उका समर्थन कर रहे हैं?
जवाब– देखिए यहां राजू भैया के सब समर्थक हैं यहां कोई विरोधी नहीं है। मेरे साथ भी भाजपा के लोग ही हैं। कुछ लोग हैं जो चाहते हैं कि एक महिला प्रयास कर रही है तो उसका समर्थन करिए। वो ही लोग मेरा समर्थन कर रहे हैं। इसमें राजू भैया का विरोध कहां है? राजू भैया भारतीय जनता पार्टी के हैं। भारतीय जनता पार्टी के लोग मुझे समर्थन कर रहे हैं।
सवाल – इसका मतलब यह है कि अगर आपको समर्थन मिल रहा है तो लोग राजू भैया के कार्यकाल से संतुष्ट नहीं है। 10 साल का कार्यकाल लोगों को असंतुष्ट करने वाला है?
जवाब– देखिए, इसका बेहतर जवाब आपको जनता में जाकर मिलेगा। मैं नहीं कह सकती कि यहां विरोध है या नहीं। मैं यहां किसी का सर्टिफिकेशन नहीं कर सकती। इसका जवाब आपको जनता से बेहतर मिलेगा।
सवाल– मेरा आपसे आखरी सवाल है कि राजू भैया एटा से सांसद हैं लेकिन उनका पता अलीगढ़ और दिल्ली है अगर स्थानीय व्यक्ति को कोई समस्या है तो उनके सांसद प्रतिनिधि से वो मिले या विधायक से। उसकी समस्या का समाधान नहीं होता है। राजू भैया अक्सर नहीं मिल पाते हैं, ऐसे में पार्टी अगर आपको प्रत्याशी घोषित करती है और जनता आपको सांसद बनाती है तो क्या जनता को एश्योर करेंगी कि आप राजू भैया जैसा व्यव्हार नहीं करेंगी और यहीं रहेंगी?
जवाब– अनीता लोधी की कार्यशैली को समझने के लिए आपको डिबाई तक जाना होगा। लोगों से मिलना होगा। मेरी कार्यशैली कितनी बेहतर है। मैं लोगों से मिलती हूं। नहीं मिलती हूं। उनके फोन कॉल अटेंड करती हूं। अगर फोन कॉल छूट भी जाते हैं तो उन्हें कॉल बैक करती हूं यह सब जनता जानती है डिबाई जनता से आप प्रश्न कर सकते हैं। किसी भी एक रेंडम व्यक्ति से जाकर आप यह सवाल कर सकते हैं कि अनीता लोधी का कार्यकाल कैसा रहा है। उनकी कार्यशैली क्या है? मैं जनता की समस्या का समाधान करती हूं। जनता की समस्या का समाधान होने के बाद लोगों को कॉल करके बताती भी हूं की समस्या का समाधान हो गया है।
सवाल – अगर 2024 में आप एटा लोकसभा से सांसद हो जाती हैं तो एक किराए का या अपना मकान सिर्फ सांसद का बोर्ड टांग देंगी या यहां रहेंगी भी?
जवाब– देखिए अगर मैं सांसद चुनी जाती हूं तो सबसे पहले आपको आमंत्रित करूंगी।
सवाल- मैं अपने आमंत्रण की बात नहीं कर रहा हूं, मैं जनता की समस्या के समाधान की बात कर रहा हूं, मैं आपसे जानना चाहता हूं कि यहां सिर्फ एक सांसद का बोर्ड लगेगा या फिर आप जनता को सुनेगी ?
जवाब– अगर मैं यहां से सांसद चुनी जाती हूं तो निश्चित तौर पर मैं यहां रहूंगी। मैं इतनी बड़ी और लंबी नेता नहीं हूं कि यहां बोर्ड लगाकर चली जाऊंगी। इस बात का विश्वास दिलाती हूं कि यहां क्षेत्र में रहकर जनता की सेवा करूंगी।

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