कासगंज: डीजीडी दरबार पहुंचा भाजपा नेताओं के बीच फायरिंग का मामला, पूर्व विधायक ने पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप

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Published By Om Parkash chaubey
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कासगंज, अमृत विचार। गुरुवार को कासगंज में भाजपा नेताओं के बीच हुई फायरिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिला बुलंदशहर के डिबाई की पूर्व विधायक ने पुलिस पर एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश के डीजीपी से शिकायत दर्ज कराई है और कहा है कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई कराई जाएगी। इधर पुलिस महानिदेशक ने उन्हें न्यायसंगत कार्रवाई का भरोसा किया है।

डिबाई की पूर्व विधायक अनीता लोधी गुरुवार को शहर के अमापुर चांडी रोड पर रवि गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने आई थीं। यहां होने कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रणा की। इसी बीच आरोप है कि उनके काफिले पर भाजपा के ही एक पक्ष के लोगों ने फायरिंग कर दी, जिससे वह बाल बाल बच गईं।

भाजपा समर्थक अखिलेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि वे कार्यक्रम में रुके हुए थे तभी डिबाई की पूर्व विधायक अनीता लोधी ने समर्थकों के साथ मिलकर जानलेवा हमला किया। इस मामले में अखिलेश प्रताप की ओर से की पूर्व विधायक और उनके तीन साथियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई।

अनीता का आरोप है कि उन्होंने अखिलेश प्रताप की तहरीर से पहले पुलिस अधीक्षक को अपनी  तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने उनकी तहरीर पर कोई संज्ञान नहीं लिया। इसको लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिख दिया गया। शनिवार को अनीता ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी से फोन पर वार्ता की। उन्हें पूरी घटनाक्रम से अवगत कराया और कासगंज पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाया। अनीता के अनुसार डीजीपी ने भरोसा किया है कि जल्द न्यायसंगत कार्रवाई होगी।

मुझे चाहिए न्याय: मैं पार्टी हाई कमान के निर्देश पर एटा लोकसभा क्षेत्र से तैयारी कर रही हूं। पुलिस ने मेरे पक्ष को नहीं सुना है। इस मामले में मैंने उत्तर प्रदेश के डीजीपी से शिकायत कर दी है। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया है। हर हाल में मुझे न्याय चाहिए। - अनीता लोधी, पूर्व विधायक भाजपा

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