UP: 'फूलन की संपत्ति पर मेरा हक, मैं ही उसका पति'... पुत्तीलाल ने कहा बेहमई कांड में नाम आने पर बढ़ गई थी दोनों में दूरियां...
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कानपुर देहात, अमृत विचार। बेहमई कांड में फैसला आने के बाद फूलन देवी की चर्चा फिर शुरू हो गई है। खासतौर पर यमुना बीहड़ पट्टी के गांवों में ग्रामीणों के बीच पूरे दिन फूलन के ही किस्से सुनाए जाते रहे। वहीं महेशपुर गांव के रहने वाले फूलन के पति ने फैसले पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।
अमराहट क्षेत्र के महेशपुर गांव निवासी पुत्तीलाल से वर्ष 1962 में फूलन देवी की शादी हुई थी। पुत्तीलाल की पहली पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद फूलन से उनकी दूसरी शादी हुई थी। करीब छह साल फूलन अपने पति पुत्तीलाल के साथ रही। पुत्तीलाल का कहना है कि फूलन से कोई संतान न होने पर उसने ही तीसरी शादी कराई थी। इसके बाद फूलन पति को छोड़क़र चली गई थी। उनके जाने की वजह क्या रही, इस पर पुत्तीलाल कुछ स्पष्ट नहीं बताते।
फूलन ने कई बार बुलाया पर नहीं गए पुत्तीलाल
पुत्तीलाल का कहना है कि सांसद बनने के बाद फूलन ने उन्हें कई बार बुलावा भेजा था, लेकिन वह नहीं गए। वहीं महेशपुर अपनी ससुराल से जाने के बाद फूलन देवी भी कभी लौटकर वापस नहीं आईं। पड़ोस की महिलाओं ने कहा कि फूलन बहुत शांत रहती थी। पुत्तीलाल ने दबी जुबान से ये बात जरूर कही कि बेहमई कांड में नाम आने और कई अपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद दूरी काफी बढ़ गई थी।
फूलन की संपत्ति पर हक का मामला कोर्ट में
वर्ष 2001 में डकैत फूलन देवी की हत्या के बाद पति पुत्तीलाल ने उनकी संपत्ति पर हक जताया था। वहीं उम्मेद सिंह खुद फूलन देवी का पति होने का दावा कर रहे हैं। फूलन के जिंदा रहते पुत्तीलाल ने कभी कोई संपर्क नहीं किया। ये बात खुद वह कह रहे हैं। उनका कहना है कि फूलन ने कोई शादी नहीं की और उनका पति मैं ही हूं। उनकी संपत्ति में खुद का अधिकार बताया। फिलहाल मामला कानपुर नगर की अदालत में चल रहा है। उनकी तरफ से अधिवक्ता पारसनाथ पैरवी कर रहे हैं।