बार और बेंच के सामंजस्य से ही होगा समस्याओं का समाधान: प्रशासनिक न्यायमूर्ति
दीवानी न्यायालय में अदालतों का प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने किया निरीक्षण
अयोध्या। सभी समस्याओं का समाधान बार और बेंच के सामंजस्य से ही होगा। अगर दोनों में सामंजस्य नहीं है तो समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है। यह बातें उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति तथा जिले के प्रशासनिक न्यायमूर्ति मनीष माथुर ने कही।
वे शनिवार को कचहरी स्थित आचार्य नरेंद्र देव सभागार में अधिवक्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला जज और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने समस्याओं के बारे में बताया है, समस्याओं के बावजूद आप सभी सरलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। यह बड़ी बात है। उन्होंने नए न्यायालय भवन में लिफ्ट की समस्या को ठीक करवाने का आश्वासन दिया।
कहा कि लिफ्टमैन का प्रबंध जल्द किया जाएगा ताकि लिफ्ट में फंसने की दशा में लोगों को फौरन मदद मिल सके। प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने जिले के पीठासीन अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था पर भी बात करने को कहा। उन्होंने जिले में न्यायिक कर्मचारी के रिक्त पड़े पदों की समस्या भी जल्द दूर करने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व उन्होंने दीवानी न्यायालय प्रांगण में स्थित समस्त अदालतों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें फास्ट्रैक कोर्ट संचालन का स्थान छोटा लगा इसे उन्होंने बड़े न्यायालय कक्ष में स्थापित करने का सुझाव दिया।
पूर्व अध्यक्ष अरविंद सिंह ने ग्राम न्यायालय को तहसीलों में स्थापित किए जाने तथा नए न्यायालय भवन की लिफ्ट ठीक करवाने और लिफ्ट संचालन के लिए लिफ्ट मैन की मांग भी की।
अध्यक्ष पारस नाथ पांडेय ने न्यायमूर्ति का माल्यार्पण कर तथा राम मंदिर का चित्र भेंट कर स्वागत किया। कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों ने भी न्यायमूर्ति और जिला जज गौरव कुमार श्रीवास्तव का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम में अपर जिला जज कुलदीप सिंह, सीजेएम भव्या तिवारी, मंत्री विपिन कुमार मिश्रा, कोषाध्यक्ष मुन्ना सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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