भूपेंद्र चौधरी ने 'विश्व गौरेया दिवस' की दी बधाई, लिखी बड़ी बात..., जानिए कैसे बचाएं प्रकृति की इस अनमोल रचना को!

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Published By Sachin Sharma
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लखनऊ। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने विश्व गौरेया दिवस की प्रदेशवासियों को बधाई दी है। इस मौके पर अपने आफिशियल एक्स अकाउंट पर ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा- गौरैया की मधुर एवं मंद ध्वनि से अंतरात्मा के साथ आसपास के वातावरण भी असीम सकारात्मक से भर जाता है। आइये, हम सब मिलकर प्रकृति के इस अनुपम सौगात को इस पवित्र धरा पर संरक्षित करने का संकल्प लें।

आइये जानते हैं क्यों मनाया जाता है विश्व गौरैया दिवस?

विश्व गौरैया दिवस (world sparrow day) मनाने का उद्देश्य गौरेया पक्षी की लुप्त होती प्रजाति को बचाना है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई, आधुनिक शहरीकरण व लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से गौरैया पक्षी विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है। एक वक्त था जब गौरैया की चीं चीं की आवाज से ही लोगों की नींद खुला करती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। यह एक ऐसा पक्षी है जो मनुष्य के इर्द-गिर्द रहना पसंद करती है। गौरैया पक्षी की संख्या में लगातार कमी एक चेतावनी है कि प्रदूषण और रेडिएशन प्रकृति और मानव के ऊपर क्या प्रभाव डाल रहा है। तो इस ओर काम करने की जरूरत है।

ऐसे बचाएं गौरैया को

गौरैया आपके घर में घोंसला बनाए, तो उसे हटाएं नहीं।

रोजाना आंगन, खिड़की, बाहरी दीवारों पर दाना पानी रखें।

गर्मियों में गौरैया के लिए पानी रखें।

जूते के डिब्बे, प्लास्टिक की बड़ी बोतलेें और मटकी को टांगे, जिसमें वो घोंसला बना सकें।

बाजार से कृत्रिम घोंसले लाकर रख सकते हैं।

घरों में धान- बाजरा की बालियां, काकुन, कच्चा चावल जरूर रखें।

तुलसी के पेड़ों का बीच भी गौरैया खाती हैं। तुलसी को जरूर उगाएं।

घरों में कुछ पौधे जरूर लगाएं जिससे गौरैया को उसमें खेलने का मौका मिले। 

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