बाबा साहब के बनाये संविधान पर चलने की आवश्यकता :डॉ सीएस भारती

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Published By Jagat Mishra
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जौनपुर, अमृत विचार। भारतीय संविधान के जनक,चिंतक, समाज सुधारक भारत रत्न भीमराव आम्बेडकर ने जो भारत के लिए  त्याग और समर्पण किया उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने जो संविधान दिया भारत को इस संविधान की देन है कि हम आज आजादी से पूरी स्वतंत्रता से अपने विचार और हर तरह की आजादी है। उक्त बातें रविवार को भीमराव अंबेडकर बाबा साहब की जयंती पर वरिष्ठ चर्म और यौंन रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सीएस भारती ने प्रेस वार्ता के दौरान कही। 

भारती ने कहा कि बाबा साहब ने जो सपनों का भारत देखा था। अभी भी कहीं ना कहीं कुछ कमी रह गई है। जिसे समाज के हर वर्ग को मिलजुल कर उस खाई को पाटना होगा। तभी उनके सपनों को साकार किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि समाज में भेद भाव असमानता आदि के लिए बाबा साहब ने जो लड़ाई लड़ी थी। वह अभी कहीं ना कहीं अधूरी है। जिसे शिक्षा और ईमानदार लोगों को जागरूक होते हुए नई पीढियों को भी जागरूक करना पड़ेगा। भारती ने बाबा साहब के एक कोटेशन का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षा शेरनी का वह दूध है, जिससे हम बड़ी से बड़ी समस्याओं का हम निदान कर सकते हैं।

वही दूसरी तरफ बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर के 131 वें जन्मोत्सव पर शाहगंज तहसील क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में भव्य शोभायात्रा निकल गई। सुबह से ही कार्यकर्ता पूरी उत्साह के साथ तैयारी में जुटे दिखाई दिए। नव प्रभात सेवा समिति सहित कई समितियां द्वारा निकाली जा रही शोभायात्रा बहुत ही विकराल रूप शाहगंज नगर के जेसीस चौक पर ले ली। कार्यकर्ताओं ने दिन की शुरुआत अंबेडकर नगर मोहल्ला स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर माला और फूल चढ़कर अपनी खुशी का इजहार किया। 

शाहगंज नगर के मच्छर हट्टा स्थित प्राथमिक विद्यालय में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। उक्त अवसर पर प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार यादव, सभासद पति कैलाश, डॉ जेपी दूबे देवी प्रसाद पुष्पजीवी सहित तमाम नगर वासी गणमान्य उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि बाल रोग विशेषज्ञ पुष्पजीवी ने कहा कि भीमराव अंबेडकर आज पूरे विश्व में एक पहचान है। इनकी सोच आज भी इतिहास में दर्ज है। शोभायात्रा आजमगढ़ रोड स्थित महाराष्ट्र बैंक के बाहर से भिन्न-भिन्न कड़ियों में जुड़ती गई और पूरे नगर का भ्रमण करते हुए कोतवाली चौराहा के रास्ते अपने गन्तव्य को समाप्त हुई। 

आंबेडकर प्रतिमा, झांकियां, डीजे, सहित तमाम मनोरंजन के साधनों के साथ युवक युवतियां सहित महिलाओं ने ढोल नगाड़ों के साथ नाच गाने के साथ अंबेडकर की जयकारों के साथ नारा लगाया। क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान, कोतवाली प्रभारी तारकेश्वर राय मय फोर्स पूरे नगर में भ्रमण करते दिखाई पड़े। ट्रैफिक व्यवस्था शाहगंज नगर के चारों दिशाओं में डाइवर्ट कर दिया गया था। जिससे कि नगर में वाहनों का प्रवेश ना हो सके। खुटहन रोड स्थित अंबेडकर मूर्ति पर वरिष्ठ समाजसेवी डॉ रमेश यादव ने पुष्प वर्षा करते हुए माल्यार्पण कर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर नमन करते हुए उन्हें याद किया। क्षेत्र के अलग शिक्षण संस्थानों में भी अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें याद किया गया। 

नगर के पुराना चौक स्थित उद्दयन एकेडमी में  डायरेक्टर संगीता जायसवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर बाबा साहब के जीवन पर पढ़कर प्रकाश डाला गया उक्त अवसर पर सुधाकर गौतम पंकज कुमार जगदीश प्रसाद सोनकर मास्टर सोमनाथ कृष्ण कुमार रवि शर्मा सुजीत यादव राम प्रकाश बृजेश संजीव कुमार संजीत कुमार नीरज गौतम कुसुम लता रीना गौतम सहित शोभा यात्रा में हजारों महिला पुरुष किशोर किशोरी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

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