Kanpur: अप्रैल के न्यूनतम तापमान ने तोड़ा 123 साल का रिकॉर्ड; सब्जियों पर दिख रहा भीषण गर्मी का असर

सब्जियों का उत्पादन घटने, लागत बढ़ने की आशंका

Kanpur: अप्रैल के न्यूनतम तापमान ने तोड़ा 123 साल का रिकॉर्ड; सब्जियों पर दिख रहा भीषण गर्मी का असर

कानपुर, अमृत विचार। मौसम विभाग की ओर से अप्रैल महीने को सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया है। अप्रैल में न्यूनतम तापमान ने 123 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। समय से पहले तपिश का असर सब्जियों पर पड़ने लगा है। पत्ती पीली होकर गिर रही हैं। गर्मी का प्रकोप बढ़ने से किसान को सिंचाई सहित अन्य इंतजाम करने पड़ेंगे जिससे लागत बढ़ेगी और सब्जियों के दामों में इजाफा हो सकता है। 

कद्दू, टमाटर, खीरा, भिंडी, लौकी को नुकसान

बढ़ती हुई गर्मी किसानों के लिए पत्तियों में हरापन बनाए रखने की चुनौती बनी हुई है। सीएसए के सब्जी अनुभाग के डॉ. राजीव ने बताया कि यह गर्मी खासतौर पर कद्दू, टमाटर, खीरा, भिंडी, लौकी को नुकसान पहुंचा रही है। फसल को बचाने के लिए किसानों को सूक्ष्म पोषक तत्व के छिड़काव के साथ ही अन्य उपाय भी करने पड़ रहे हैं। 

थोक सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि गर्मी का असर फसल के पड़ने से सब्जियों की लागत बढ़ेगी। कानपुर मंडल में सब्जियों की बड़े पैमाने पर पैदावार होती है। इनमें लौकी की बात की जाए तो उसका एक हेक्टेयर में 250 से लेकर 450 कुंटल तक उत्पादन होता है। 

इसी तरह कद्दू 50 कुंटल प्रति हेक्टेयर व भिंडी का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 80 से 120 कुंटल तक होता है। गर्मी से बचाने के लिए किसानों की प्रति हेक्टेयर लागत 5 से 8 हजार रुपये बढ़ेगी जो थाली तक पहुंचने तक और अधिक महंगी हो सकती है।    

1901 के बाद का सबसे गर्म अप्रैल माह

एक मई 2024 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दक्षिणी प्रायद्वीप में अप्रैल का महीना 1901 से लेकर अब तक का दूसरा सबसे गर्म महीना रिकार्ड किया गया। सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में इस साल अप्रैल में न्यूनतम तापमान ने 123 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 

अप्रैल 2024 में भारत के इन दो क्षेत्रों का औसत न्यूनतम तापमान 22.19 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य तापमान से 1.78 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि अप्रैल में 1901 से लेकर अब तक का यह सबसे अधिक न्यूनतम तापमान है। 

इसके अलावा यहां का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.25 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। यदि कानपुर और आस-पास के क्षेत्र की बात की जाए तो अप्रैल महीने का औसत अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो रिकॉर्ड है।   

बाजार में इस तरह बढ़े दाम

सब्जी        24 अप्रैल               2 मई

लौकी              18-20               20-25
कद्दू            15-20                   20-25
भिंडी              35-40              38-42
टमाटर           25-30              30-40
तरोई             25-30                  30-40

नोट = दाम प्रति किलो के अनुसार। 

टमाटर में लगे कीट

सब्जी विशेषज्ञों ने बताया कि गर्मी के असर से टमाटर में छेदक कीट लगने शुरू हो गए हैं। छेदक कीट की वजह से टमाटर पर कीट रसायनों का प्रयोग किसानों की ओर से किया जाना मजबूरी हो गया है। ऐसी स्थिति में जल्द ही टमाटर के महंगे होने की भी संभावना बाजार विशेषज्ञों ने जताई है। 

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