पीलीभीत: मुख्य डकैत की जमानत, 2 पहले से फरार....चिंता में व्यापारी का परिवार, सुरक्षा दिलाने की मांग
40 लाख की डकैती का मामला
पूरनुपर, अमृत विचार। बहुचर्चित चालीस लाख की डकैती का मुख्य आरोपी जमानत पर जेल से छूट गया। दो डकैत पहले से फरार हैं, जिन्हें पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इसके बाद पीड़ित व्यापारी को अपनी और परिवार के अन्य सदस्यों की चिंता सताने लगी है। पूरा परिवार दहशत में आ गया है। इसकी जानकारी मिलने पर व्यापारी नेताओं ने भी पीड़ित से मुलाकात की। वहीं, पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर पीड़ित परिवार को सुरक्षा दिलाने की मांग पुलिस प्रशासन से की है।
कोतवाली क्षेत्र के बंडा रोड पर स्थित गांव रमपुरा तालुके महाराजपुर के किराना व्यापारी सुनील गुप्ता के घर में 30 जनवरी की रात कार सवार पांच बदमाश घुस गए थे। असलहों के बल पर व्यापारी के परिवार को बंधक बनाया और नकदी जेवरात समेत 40 लाख की डकैती की थी। व्यापारी और उसके परिवार को गन प्वाइंट पर लेकर घटना को न सिर्फ अंजाम दिया बल्कि शिकायत करने पर ये धमकी दे गए थे कि जब इतनी आसानी से घर में घुसकर वारदात कर रहे हैं तो परिवार की जान भी ले सकते हैं।
इस मामले में पुलिस ने अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज की। तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसमें दो बदमाश अभी भी फरार हैं। बताते हैं कि तीन दिन पहले डकैती की घटना के मुख्य आरोपी रिजवान कुरैशी को न्यायालय से जमानत मिल गई। उसके जेल से बाहर आने की जानकारी लगते ही व्यापारी सुनील गुप्ता का परिवार दहशत में है। पहले से दो बदमाशों के फरार होने और तीसरे के जेल से बाहर आने पर घबराए व्यापारी ने पलायान का मन बना लिया है।
जानकारी लगने पर गुरुवार को व्यापारी नेता हंस राज गुलाटी कई व्यापारियों के साथ सुनील गुप्ता के घर पहुंचे। उन्होंने व्यापारी और उनके परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। हंसराज गुलाटी ने कहा कि दो बदमाश अभी पुलिस पकड़ से दूर है और तीसरा जमानत लेकर जेल से बाहर आ गया। बदमाशों ने घटना के समय व्यापारी और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। तीन बदमाशों के जेल से बाहर होने पर व्यापारी उसके परिवार को जान माल का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन व्यापारी के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए। सीओ अलोक सिंह से भी सुरक्षा की मांग की गई।
तत्कालीन कोतवाल पर गिरी थी गाज
बता दें कि डकैती की ये वारदात पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। तत्कालीन कोतवाल पर भी गाज गिरी थी। उस वक्त भी पीड़ित व्यापारी ने अपने परिवार की चिंता जाहिर करते हुए पलायन की चेतावनी दी थी। अब एक बार फिर व्यापारी की ओर से पलायन करने की बात सोंची जा रही है। हालांकि व्यापारी नेताओं ने इसे लेकर आश्वस्त किया है। व्यापारी को सुरक्षा देने और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग के लिए व्यापारी नेता डीएम और एसपी से मुलाकात करेंगे।
