रामपुर: धार्मिक स्थल पर कब्जा लेने को पहुंचे हथियारबंद लोग, दोनों पक्ष आए आमने-सामने...भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

रामपुर: धार्मिक स्थल पर कब्जा लेने को पहुंचे हथियारबंद लोग, दोनों पक्ष आए आमने-सामने...भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

धार्मिक स्थल में एक समुदाय को समझाते सीओ बिलासपुर

बिलासपुर, अमृत विचार। क्षेत्र के चर्चित धार्मिक स्थल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को एक बार फिर दोनों पक्षों में विवाद हो गया और दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाकर शांत किया। दूसरे पक्ष को दखलअंदाजी करने से रोक दिया।

क्षेत्र के पसियापुरा गांव स्थित धार्मिक स्थल का विवाद पिछले काफी समय से चला आ रहा है। अब इसमें बाबा अनूप सिंह पक्ष के देवेंद्र सिंह ने हजारा पक्ष से समझौता कर लिया है। समझौते के बाद हजारा पक्ष और सेवादार अब धार्मिक स्थल पर सेवा करने लगे हैं। 

इसी के चलते बुधवार को सेवादारों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना देते हुए बताया गया कि धार्मिक स्थल पर दूसरे पक्ष के कुछ लोग एकत्रित होकर पहुंच गए हैं और झगड़े पर उतारू हैं उनके हाथों में लाठी डंडे हैं। वह लोग हजारा पक्ष को धार्मिक स्थल से हटाने का प्रयास कर रहे हैं। सूचना से एकाएक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। 

एसडीएम हिमांशु उपाध्याय और सीओ रवि खोखर ने मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया और भारी फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों और पुलिस बल को गांव में देख हंगामा कर रहे दोनों पक्ष शांत हो गए। साथ ही अधिकारियों ने दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने की अपील करते हुए धार्मिक स्थल के इर्द-गिर्द भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। 

सुबह से लेकर देर रात तक पुलिस बल धार्मिक स्थल पर तैनात रहा।अधिकारी भी स्थिति का जायजा लेते रहे। सुरक्षा व्यवस्था में सीओ स्वार संगम कुमार, सीओ मिलक रविंद्र प्रताप सिंह,प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह, खजुरिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार, केमरी थानाध्यक्ष सतेन्द्र कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक टांडा प्रिंस शर्मा, थानाध्यक्ष मिलक खानम संजय कुमार सहित आदि पुलिसबल मौजूद रहा।

धार्मिक स्थल का प्रकरण न्यायलय में विचाराधीन है। साथ ही कुछ समय पूर्व सिविल कोर्ट ने धार्मिक स्थल को देवेंद्र सिंह फौजी के पक्ष में सौंपे जाने का आदेश दिया था। देवेंद्र सिंह फौजी और हजारा पक्ष मिलकर धार्मिक स्थल की सेवा कर रहें हैं। जिसको लेकर दूसरा पक्ष आपत्ति जता रहा है।  अगर दूसरे पक्ष को आपत्ति है तो वह न्यायालय जाए। यहां विवाद पैदा करने पर प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।-रवि खोखर, सीओ बिलासपुर  

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