मोहिनी हत्याकांड: पुलिस को चकमा देने के लिए संदिग्धों ने कई बार बदले कपड़े, कई हिरासत में-पूछताछ जारी 

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Published By Jagat Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। गाजीपुर थाना अंतर्गत इंदिरानगर सेक्टर-20 पूर्व आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे के कातिलों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीमें भरसक प्रयास कर रही है। कई बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है। मामले की तहकीकात में जुटी पुलिस के हाथ एक नया सीसीटीवी फुटेज आया है। इसके देखकर यह संभावना जताई जा रही है कि किसी करीबी ने मोहिनी की सुपारी देकर उनकी हत्या कराई है। सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुके स्कूटी सवार दो संदिग्ध पुलिस को चकमा देने के लिए कई बार कपड़े बदल भागते दिखते। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस वारदात स्क्रिप्ट राइटर कौन है? अब तक पुलिस ने घरेलू नौकरों समेत दर्जन भर से भी ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की है।

एसीपी गाजीपुर विकास जयसवाल के मुताबिक, हाईप्रोफाइल मामले मोहिनी हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस की पांच टीमें कई पहलुओं में तस्दीक कर रही हैं। शक के आधार पर पुलिस ने दर्जन भर लोगों को हिरासत लेकर पूछताछ की है। इसके अलावा घटनास्थल से करीब 15-20 किलोमीटर के दायरे तक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है। इस कड़ी में पुलिस को कैंट के नीलमथा क्षेत्र में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में अहम सुराग मिला है। शुरुआत से ही पुलिस स्कूटी सवार दो संदिग्धों को हत्यारोपी की नजर से भांप रही है। उनकी तलाश में पुलिस ने अब तक 600 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला है। एसीपी गाजीपुर ने बताया कि एक सीसीटीवी फुटेज के संदिग्ध पुलिस को चकमा देते दिखाई पड़े हैं। पुलिस से बचने के लिए संदिग्धों ने कई बदल अपना पोशाक भी बदला है, ताकि पुलिस उन तक पहुंचने में उझल जाए। इसको देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी अपने ने महिला की सुपारी देकर वारदात को अंजाम दिया है। 

करीबियों और नौकरों पर शक की सुई
सूत्रों की मानें तो नया सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद पुलिस के शक की सुईयां पूर्व आईएएस के निजी चालक रवि और उसके भाई अखिलेश की तरफ घूम रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों चालक पीजीआई के तेलीबाग मोहल्ले में रहते हैं। उनका अक्सर निलमथा में आना-जाना था। 

सौतेली मां की मौत के बाद पिता के साथ रहने लगा बेटा
पूर्व आईएएस के बेटे पिता की दूसरी शादी से नाखुश थे। जिस वजह से बड़ा बेटा प्रांजल दिल्ली एनसीआर में रहता था। वहीं छोटा बेटा प्रतीक महानगर के किसी मोहल्ले में किराए पर रखता था। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि प्रतीक नशे का आदी था। उसकी हरकत से पिता देवेंद्र दुबे बेटे ज्यादा मतलब नहीं रखते थे। मोहिनी दुबे की मौत के बाद प्रतीक पिता के साथ रहने लगा है।

करीबी ने लिखी मोहिनी की हत्या की स्क्रिप्ट!
सूत्रों की मानें तो मोहिनी हत्याकांड के पीछे कोई और नहीं बल्कि पूर्व आईएएस का बेहद करीबी है। जिसका मकसद मोहिनी की हत्या करना था। पुलिस को भटकाने के लिए लूटपाट की कहानी इस हत्याकांड का हिस्सा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो एक सोची-समझी साजिश के तहत वारदात को अन्जाम दिया गया है। सवाल यह भी है कि अगर हत्यारों ने लूट के इरादे से मोहिनी की गला दबा कर हत्या की थी, तो उनके शरीर के आभूषण छोड़कर हत्यारे क्यों फरार हो गए गए ?

क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्शन की तैयारी में जुटी पुलिस
एसीपी गाजीपुर का कहना है कि मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्शन करेगी। जिससे इस कहानी के रहस्य पर पर्दा हटाया जा सके। इसके साथ ही पुलिस घटनास्थल से मिले फ्रिंगर प्रिंट के नमूनों का मिलान कराने में जुटी है। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुपट्टे से गला कसकर हत्या करने की बात सामने आई है। सिर पर चोट के निशान भी मिले थे।

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