World Blood Donor Day Special: ब्लड बैंकों में रक्तदान करने वाले कम, मांग ज्यादा

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। रक्तदान करने से सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं बल्कि उस एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है। इसलिए रक्तदान जरूरी है, लेकिन जागरूकता के अभाव के चलते लोग रक्तदान के लिए कम ही आगे आ रहे हैं। आईएमए और जिला अस्पताल स्थिति ब्लड बैंक के आंकड़े भी यही बता रहे हैं।

जिले में सबसे अधिक मरीजों को ब्लड आईएमए ब्लड बैंक उपलब्ध करा रहा है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में यहां 48000 लोगों ने महादान यानी रक्तदान किया। इस दान से पूरे मंडल के 92 हजार मरीजों को जीवनदान मिला।

जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक भी जरूरतमंद मरीजों को जीवनदान देने में पीछे नहीं है। यहां बीते एक साल में कुल 2723 लोगों ने रक्तदान किया। इसके सापेक्ष 2840 जरूरतमंद मरीजों को खून उपलब्ध कराया गया। हर साल करीब एक हजार ऐसे मरीजों को ब्लड दिया जा रहा है, जिनके पास कोई डोनर नहीं होता है।

सबसे अधिक ओ और बी पॉजिटिव ब्लड की मांग
आईएमए ब्लड बैंक की निदेशक डॉ. अंजू उप्पल ने बताया कि ब्लड बैंक की क्षमता 4000 यूनिट स्टोर करने की है, लेकिन हर साल सबसे अधिक खपत ओ और बी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप की है, हालांकि डोनेशन भी सबसे अधिक इन दोनों ही ब्लड ग्रुप का है।

बढ़ाई गई शिविरों की संख्या
जिला अस्पताल की एडीएसआईसी डॉ. अलका शर्मा ने बताया कि ब्लड बैंक में रक्त की उपलब्धता रहे इसके लिए ब्लड बैंक कर्मियों को शहर से लेकर देहात तक शिविर लगाकर रक्तदान करने के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। इस वर्ष रक्तदान शिविरों की संख्या बढ़ाई गई है।

इसलिए करें रक्तदान
एक यूनिट ब्लड के चार हिस्से कर दिए जाएं तो रेड और व्हाइट ब्लड सेल अलग-अलग हो जाएंगे। प्लाज्मा भी अलग हो जाएगा, इसके बाद वह ब्लड कई लोगों के काम आ सकता है। लगातार रक्तदान करने से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा दूर रहता है। रक्तदान से खून में कोलेस्ट्रॉल जमा नहीं होता।

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