पीलीभीत: 82 नाविक, 32 नाव और 58 गोताखोर तैनात...PAC और NDRF की टीमें भी लगाईं

Amrit Vichar Network
Published By Vivek Sagar
On

पीलीभीत, अमृत विचार। भारी बारिश के बाद जनपद में बने बाढ़ के हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन बचाव कार्य को लेकर संजीदा हुआ है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी डॉक्टर राकेश सिंह ने बाढ़ से निपटने के लिए बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
 
गांधी सभागार में सम्पन्न हुई बैठक के दौरान उन्होंने बाढ़ से प्रभावित गांवों के सम्बन्ध में जानकारी ली। अपर जिलाधिकारी ऋतु पूनिया ने अवगत कराया कि पूरनपुर और कलीनगर के करीब 18 गांव प्रभावित हैं। हालांकि प्रभावित गांवों में किसी भी प्रकार की कोई जनहानि और पशु हानि नहीं हुई।

WhatsApp Image 2024-07-08 at 21.29.50_12711ac5
 
इस दौरान कमिश्नर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाए जाने के संबंध में जानकारी ली। जिस पर अपर जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि प्रभावित गांवों में टीमें लगाई गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बीसलपुर के ग्राम महादेवा में जल भराव की स्थिति पर प्राप्त सूचना के आधार पर तीन परिवारों के 25 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। 

इसके अलावा शहर के कई मोहल्लों में पानी भर गया और पेड़ गिर गए, उन्हें हटा दिया गया। विद्युत लाइन ठीक करा दी गई है। बताया कि भारी वर्षा के कारण माधौटांडा रोड और गजरौला रोड कट गई हैं, जिसे जलस्तर कम होने पर ठीक करा लिया जाएगा। बैठक के दौरान उन्होंने अवगत कराया गया कि भारी वर्षा के दृष्टिगत 82 नाविक, 32 नाव और 58 गोताखोर की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। इसके साथ ही टीमें क्षेत्र में सक्रिय हैं। यह भी बताया कि जनपद बरेली से एनडीआरएफ की टीम भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई है।

बैठक के दौरान कमिश्नर ने निर्देश दिए कि भारी वर्षा से प्रभावित लोगों को नियमित भोजन, दवाइयां, पेयजल, प्रकाश आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिये कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी गौवंशों को गौशालाओं में संरक्षित कराएं, उनके लिए भूसा और दवाईयों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित कराएं।

इसके अलावा नेटवर्क कम्पनियों के अधिकारियों से सम्पर्क पर टॉवरों का संचालन कराना सुनिश्चित किया जाए। वहीं अधिशासी अभियन्ता विद्युत द्वारा अवगत कराया गया कि कई पावर हाउस में पानी भर गया, खंभे टूट और गिर गए हैं। जिस कारण विद्युत व्यवस्था ठप पड़ी है, जल भराव की स्थिति कम होने पर शीघ्र से शीघ्र लाइनें ठीक कराकर विद्युत सुचारू रूप से संचालित कर दी जाएगी।

संबंधित समाचार