लखनऊ: समाजवादी चिंतक दीपक मिश्र बोले, मुख्यमंत्री ने सदन में बोला है झूठ, मांगे माफी

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। प्रख्यात समाजवादी चिंतक और बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान बोलते हुए नेता सदन और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सदन में गलत तथ्य प्रस्तुत किए जिसकी कोई आवश्कता नहीं थी । सांविधानिक पद पर आसीन होकर बेवजह झूठ बोलने के लिए मुख्यमंत्रीजी को माफी मांगनी चाहिए या सार्वजनिक रूप से खेद प्रकट करना चाहिए । सदन में  मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है जबकि 4 अप्रेल 2024 को जारी केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश अर्थव्यवस्था के मामले में  चौथे पायदान और प्रति व्यक्ति आय के लिहाज से 32वें स्थान पर है । 

उत्तर प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 22.17 लाख करोड़ रुपए है जो महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक के पश्चात है । मुख्यमंत्री जी ने सदन को गुमराह किया । उन्होंने सदन में एक तरफ आंकड़ों के माध्यम से एकांगी और अधूरा सच सामने रखा । उन्होंने यह तो बताया कि कितने लोगों को गरीबी रेखा से  ऊपर उठाया गया किंतु इस सच्चाई को छुपा गए कि उत्तर प्रदेश की लगभग 17.4 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीने के लिए अभिशप्त है । यह तादाद लगभग सवा चार (4.21) करोड़ है जो देश में सर्वाधिक है । मुख्यमंत्री जी द्वारा  सदन के वरिष्ठतम सदस्यों में अग्रगण्य शिवपाल यादव के लिए "भाग गए "  शब्द का प्रयोग निंदनीय है । आदित्यनाथजी से आग्रह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सदृश पद और भारतरत्न गोविंद वल्लभ पंत, आचार्य संपूर्णानंद, सुचेता कृपलानी , चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, नारायण दत्त तिवारी, मुलायम सिंह यादव की परम्परा को लांक्षित न करें।

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