कासगंज: आखिर कब कम होगी दूरी, फिलहाल जान जोखिम में डालना मजबूरी

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
On

रेलवे के अहरौली क्रोसिंग पर लगा रहता है पल-पल जाम

कासगंज, अमृत विचार। रेलवे की अनदेखी से लोगों की जान जोखिम में है। प्रक्रिया के बाद भी कई काम अधर में लटके हुए हैं। इन्हीं कार्यों में कासगंज मथुरा रेलवे ट्रैक का अहरौली फाटक भी शामिल है। जहां ट्रैक पार करने के लिए लोग जान जोखिम में डालते हैं।

रेलवे जंक्शन से जुड़ी अहरौली रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ने अंडरपास का निर्माण शुरू कराया था। इसके लिए खुदाई शुरू कर दी गई थी। इस अंडरपास के निर्माण से शहर से जुड़े इलाकों के लोगों को सुविधा होगी। मिशन चौराहे से सीधे लोग रेलवे अंडरपास से होकर गल्ला मंडी की ओर जा सकेंगे। इससे 4 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। वहीं 16 से अधिक गांवों का रास्ता आसान बन जाएगा। लोग इस अंडरपास के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने से बेहद खुश, लेकिन अब काम अधर में लटका है।

Untitled-65

यह हुई थी शुरुआत
काफी समय से अहरौली रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास या ओवरब्रिज के निर्माण की मांग की जा रही थी, लेकिन रेलवे ने यहां ओवरब्रिज की जगह अंडरपास को मंजूरी दे दी। करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से अंडरपास का निर्माण होगा। इस अंडरपास की ऊंचाई करीब साढ़े चार मीटर व चौड़ाई साढ़े पांच मीटर रहेगी। अंडरपास का निर्माण जून तक पूरा होने का लक्ष्य था। कार्यदायी संस्था अब इस कार्य को तेजी देने में जुट गई । कासगंज-मथुरा-कानपुर एवं बरेली रेलमार्ग पर शहर में अहरौली, सहावर गेट, अमांपुर रोड इलाकों में रेलवे क्रॉसिंग बनी रही। जहां दिन में कई बार क्रॉसिंग बंद रहने के कारण जाम के हालात बने रहते हैं। रेल पथ को पार करने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अहरौली पर अंडरपास बनने से लोगों को सहूलियत मिलेगी और लोग इस अंडरपास से होकर आसानी से निकल सकेंगे। सबसे बड़ा लाभ गल्ला मंडी के लोगों को होगा। इसके अलावा अमांपुर की ओर से आने वाले लोग शहर में आसानी से आ सकेंगे।

वर्जन
कासगंज मथुरा ट्रैक के अहरौली फाटक पर अंडर पास का कार्य कराया जा रहा है। इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर विस्तृत जानकारी लेंगे कि काम की क्या प्रगति है। मामला उच्चधिकारियों के हस्तक्षेप का है। -मनोज शर्मा, स्टेशन, अधीक्षक।

संबंधित समाचार