कासगंज, बागपत और हाथरस में खुलेगा मेडिकल कॉलेज, प्रदेश में एमबीबीएस की 11, 200 सीटें, हो गयी दो गुने से ज्यादा

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Published By Virendra Pandey
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 पिछले साढ़े सात वर्ष में पीजी की हुईं 3,781 सीटें

मेडिकल कॉलेजों की संख्या में दो गुना, वर्तमान में संचालित हैं 78 मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की 11,200 तो पीजी की 3,781 सीटों पर हो रहा दाखिला

लखनऊ, अमृत विचार। वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की योजनातंर्गत साढ़े सात सालों में प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 39 से 78 हो गयी है। एमबीबीएस सीटों की संख्या 5,390 से बढ़कर 11 हजार 200 और पीजी की तीन हजार 781 सीटें हो चुकी हैं। इनमें अकेले सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 5,150 सीटें हो चुकी हैं। मेडिकल कॉलेज बढ़ने से न केवल हर साल बड़ी संख्या में चिकित्सक बन रहे हैं, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त हो गयी हैं।

चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह ने शनिवार को बताया कि वर्ष 2016 में प्रदेश के 14 सरकारी और 25 निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल पांच हजार 390 सीटें थी, जो कि अब बढ़कर 11,200 हो चुकी हैं। इनमें सरकारी कॉलेजों में पांच हजार 150 सरकारी सीटें और 6050 सीटें प्राइवेट कॉलेज की हैं। इसी तरह 2016 में पीजी की 1,344 सीटें थी, जो कि बढ़कर तीन हजार 781 हो चुकी हैं। इनमें सरकारी कॉलेजों में 1,759 और निजी कॉलेजों की 2022 सीटें हैं।

बागपत, हाथरस और कासगंज में भी होगा मेडिकल कॉलेज

डीजीएमई ने बताया कि इस सत्र 2024-25 में राज्य के 12 नए स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की कुल सीटों में 85 प्रतिशत सीटों पर दाखिले के लिए काउंसिलिंग चल रही है। पहले चरण की काउंसिलिंग में अधिकांश सीटें भर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि सोनभद्र के मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने के लिए केंद्रीय मंत्री से दोबारा अपील की गई। अमेठी में मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है। अगले साल, सत्र 2025-26 में 100 सीटों की लेटर ऑफ परमिशन प्राप्त करने के लिए एनएमसी, नई दिल्ली का पोर्टल खुलते ही आवेदन किया जाएगा।

पीपीपी मोड अंतर्गत मऊ में कल्पनाथ राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज निर्माणाधीन है। इस कॉलेज में सत्र शुरू करने के लिए एनएमसी के लेटर ऑफ परमिशन की जरूरत पड़ रही है। पीपीपी मोड के वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ) स्कीम के तहत बागपत, हाथरस और कासगंज में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए जल्द ही कैबिनेट के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा।

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