कासगंज : वाह री व्यवस्था...महिला की मौत से छह दिन पहले ही तैयार हो गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट
30 नवंबर को मौत के बाद एक दिसंबर को हुआ पोस्टमार्टम, 25 नवंबर की आई रिपोर्ट
कासगंज, अमृत विचार। ये धरती के भगवान कहलाते है, लेकिन मनमानी और अनदेखी इनकी पहचान बन गई है, तभी तो आए दिन गडबड़िया सामने आती है। इस बार तो चौकाने वाला बड़ा मामला सामने आया है। 30 नवंबर को हुई महिला की मौत के मामले में एक दिसबंर को पोस्टमार्टम हुआ। छह दिन पहले 25 नवंबर की तिथि में पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार कर पुलिस और परिजनों का थमा दी गई। जब इतनी बड़ी चूक सामने आई तो स्वास्थ्य विभाग के बड़े अफसर चकित रह गए। नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांग लिया।
मामला सिकंदरपुर वैश्य क्षेत्र के गांव बहोरा का है। यहां बीती 30 नवंबर को विमल कुमार अपनी पत्नी सुजीता को दवा दिलाने के पटियाली में डा.शिव प्रताप सिंह के यहां गया। यहां चिकित्सक ने खून की जांच कराई और दवाए देकर घर भेज दिया। आरोप है गलत दवा के कारण महिला की मौत हो गई। चिकित्सक डिग्री धारक है। उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए सीएमओ को दिखाई। जिसमें सेप्टीसीमिया से मौत दर्शायी गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर वाया। आग्रिम कार्रवाई आगे बढाई। चौकाने वाला मामला तब सामने आया, जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस और परिजनों के हाथ लगी। यह रिपोर्ट 25 नवंबर को तैयार हो चुकी थी। यह जानकर परिजन हैरान रह गए। इसकी शिकायत सीएमओ डा.राजीव अग्रवाल से की। इसे प्रथम दृष्टया मानवीय भूल माना गया है। फिर भी सीएमओ ने संबंधित चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
भूल भी कार्रवाई के दायरे में
यह जान बूझकर गलती की गई है, तो कार्रवाई बनती है, लेकिन नियमानुसार इतनी बड़ी भूल हुई है, तो इसे अनदेखी माना जाएगा। यह भी कार्रवाई के दायरे में है। हालांकि अभी स्पष्टीकरण सीएमओ को नहीं मिला है। वहीं सीएमओ डा. राजीव अग्रवाल ने कहा मामला मेरे संज्ञान में आया है। हो सकता है, यह मानवीय भूल रही हो, फिर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांग लिया गया है। नियमानुसार आग्रिम कार्रवाई होगी।
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