बाराबंकी: धरने में तबीयत बिगड़ने के बाद किसान की मौत, परिजनों ने शव रखकर किया धरना

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Published By Deepak Mishra
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फतेहपुर/बाराबंकी, अमृत विचार। मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम बसारी में पट्टे की जमीन पर कब्जा न होने के कारण कई किसान जनपद के गन्ना संस्थान में धरने पर बैठे हुए हैं। जिसमें एक किसान की तबीयत खराब होने पर उसे घर भेज दिया गया था। जिसकी शुक्रवार की रात मौत हो गयी। परिजन पट्टे की भूमि पर ही शव का अन्तिम संस्कार किये जाने की बात को लेकर अड़ गये। मौके पर पहुंचे एसडीएम के लिखित आश्वासन के बाद परिजनों ने शव का अन्तिम संस्कार किया।

तहसील फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम बसारी में साल 1983 में 69 पट्टे किये गये थे। चकबन्दी के बाद इन 69 लोगों को सम्मिलित करते हुए 1995 में 83 लोगों को पट्टे किये गये थे। लेकिन 69 पट्टेधारकों में कई लोग उसमे शामिल नहीं हुए थे। जिसके बाद से 40 वर्षाे से पट्टाधारक भूमि को अपने हक में कराने के लिए प्रयासरत हैं। इसी क्रम में कई किसान गन्ना संस्थान पर धरने पर बैठे हुए हैं।

इस बीच 17 दिसम्बर को गांव के किसान गौरीशंकर (82) की तबीयत खराब होने के चलते प्रशासन ने उन्हें घर भेजवा दिया था। शुक्रवार की रात हालत बिगड़ने पर गौरी शंकर की मृत्यु हो गयी। शनिवार की सुबह मृतक के परिजनों ने शव का अन्तिम संस्कार करने से मना कर दिया। उनके पुत्र रामतीर्थ का कहना है कि जिस पट्टे की भूमि के लिए लड़ते-लड़ते उनकी मृत्यु हो गयी। उसी भूमि पर शव का अन्तिम संस्कार करेंगे। जिसकी लिखा पढ़ी विधिवत होनी चाहिये। सूचना पर एसडीएम राजेश कुमार विश्वकर्मा, सीओ जगतराम कनौजिया पुलिस व राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंच गये।

एसडीएम ने मृतक के परिजनों से वार्ता कर उन्हे आश्वासन दिया कि विधिक तरीके से मामले की पैरवी की जाये, तो इसका निस्तारण किया जा सकता है। जिसके बाद भी परिजन मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद एसडीएम द्वारा लिखित आश्वासन देने पर परिजन अन्तिम संस्कार के लिए तैयार हुए। करीब पांच घंटे तक यह प्रकरण चलता रहा। उसके बाद परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार किया।

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