बरेली: नहाय-खाय के साथ कल से रवियोग में शुरू होगा छठ महापर्व

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बरेली,अमृत विचार। सूर्यदेव की उपासना का महापर्व बुधवार से आरंभ हो जाएगा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से आरंभ होकर व्रत का समापन शुक्ल पक्ष की सप्तमी 21 नवंबर को उदीयमान सूर्य के साथ अर्घ्य से होगा। छठ पूजा पर इस बार ग्रह-नक्षत्रों का बहुत ही शुभ योग निर्मित हो रहा है। इस योग में …

बरेली,अमृत विचार। सूर्यदेव की उपासना का महापर्व बुधवार से आरंभ हो जाएगा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से आरंभ होकर व्रत का समापन शुक्ल पक्ष की सप्तमी 21 नवंबर को उदीयमान सूर्य के साथ अर्घ्य से होगा। छठ पूजा पर इस बार ग्रह-नक्षत्रों का बहुत ही शुभ योग निर्मित हो रहा है। इस योग में पूजन से सुख-शांति बनी रहेगी और अभीष्ट फल की प्राप्ति होगी।

ज्योतिषाचार्य सुमित ने बताया कि कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी मंगलवार की अर्द्धरात्रि के बाद 1:18 बजे से शुरू होगी। बुधवार की सुबह से नहाय-खाय के साथ महापर्व आरंभ हो जाएगा। खरना गुरुवार को होगा। 20 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। वहीं, 21 नवंबर को प्रात:काल उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पारण किया जाएगा। चार दिवसीय महापर्व पर सूर्यदेव के साथ छठ माता की पूजा-अर्चना का विधान है।

ठेकुआ का प्रसाद होता है तैयार
आज नहाय-खाय के साथ ही लौकी की सब्जी, चने की दाल और हाथ की चक्की से पिसे हुए गेहूं के आटे की पूड़ियां ग्रहण की जाती हैं। गुरुवार की शाम को स्नान के बाद गुड़ की खीर का प्रसाद ग्रहण किया जाएगा और वितरित भी किया जाएगा। छठ व्रत का प्रसाद ठेकुआ है। यह गेहूं का आटा, गुड़ और देसी घी से बनाया जाता है। प्रसाद को मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलाकर पकाया जाता है। चार दिवसीय महापर्व की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। घाट से लेकर घरों तक व्रती साफ-सफाई और खरीदारी में जुटे हुए हैं।

यहां 35 साल पूर्व तीन लोगों ने आरंभ की थी छठ पूजा
पीलीभीत बाईपास रोड स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले विश्वविद्यालय में आज से करीब 35 वर्ष पहले केवल तीन लोगों ने इस पर्व को मनाना शुरू किया था। वर्तमान में यहां 100 से भी अधिक लोग जुटते हैं। भोजपुरी सेवा समिति के सदस्य अजय कुमार बताते हैं कि हरिशंकर, देवेंद्र और मुन्नीलाल चौधरी ने महापर्व मनाना शुरू किया था। समिति के अध्यक्ष डा. आरके सिंह, सुरक्षा प्रभारी सुधांशु शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओपी मिश्रा, उपाध्यक्ष देवेंद्र राय, महामंत्री अमित साही, चंद्रपाल, रामदुलार समिति के सदस्य हैं।

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