Moradabad : अमेरिका में इम्पोर्ट कंपनी बना करोड़ों का सरकारी अनुदान हड़पने का बड़ा खेल!

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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मुरादाबाद, अमृत विचार। करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी में फंसे महानगर के नामचीन निर्यातक ने सारा खेल अमेरिका में इम्पोर्ट कंपनी बनाकर किया था। कालीन व्यापारी के करोड़ों रुपये हड़पने के आरोप में घिरे निर्यातक पर सरकार से मिलने वाली अनुदान राशि को गोलमाल करने की आशंका में भी घिर गए हैं। पुलिस ने इसके लिए निर्यात का डाटा एकत्र करने के साथ केंद्र सरकार की योजनाओं का आर्थिक लाभ लेने की जानकारी एकत्र करना शुरू कर दिया है।

दरअसल, शनिवार को बीकानेर के कालीन व्यापारी रोशन लाल चावला ने स्थानीय निर्यातक व मार्डन पब्लिक स्कूल के मालिक शाहे आलम समेत पुत्रों जैद आलम, जुबैर आलम के साथ पुत्रवधू जैनब आलम के खिलाफ 2.31 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पैसों के इस लेनदेन के पीछे सरकार की तरफ से मिलने वाले ड्रा बैक और एमईआईएस योजना से मिलने वाले अनुदान को हड़पने का मामला भी सामने आ रहा है। पुलिस ने इस बिदुं को भी अपनी तफ्तीश में शामिल किया है।

इसके लिए हस्तशिल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद से एक्सपोर्ट डाटा तलब किया जाएगा। भदोही में एलएम एक्सपोर्ट के नाम से कालीन व्यापार करने वाले रोशन लाल के मुताबिक बाइंग एजेंट जुनैद के जरिये मुलाकात में उन्हें शाहे आलम ने अमेरिका में अपनी आयात कंपनी हॉरीजन होम इम्पोर्ट के लिए माल मंगाया था। इसके बाद शाहे आलम ने वर्ष 2013 अवगत कराया कि उन्होंने अब नई आयातक कंपनी आलिया रग्स बना ली है और फिर सभी माल इसी कंपनी के नाम भेजा गया। हालांकि दोनों कंपनी का अमेरिका का एक ही पता था। कंपनी की अध्यक्ष जैनब आलम थी। उन्होंने वर्ष 2012 से 2019 तक सात वर्षों में करीब 12 करोड़ का माल अमेरिका स्थित शाहे आलम एक्सपोर्ट किया था।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार निर्यात पर दस फीसदी एमईआईएस स्कीम के तहत अनुदान दिया जाता था, जो धीरे-धीरे कम हो रहा है और मौजूदा समय में तीन फीसदी अनुदान दिया जा रहा है। इसी तरह ड्रा बैक का प्रावधान भी सरकार द्वारा किया गया था। जानकार मानते हैं कि निर्यात किए गए उत्पाद के अधिक दाम दर्शाकर सरकारी धन हड़पने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। थाना प्रभारी सौरभ त्यागी का कहना है कि सभी पहलुओं को लेकर जांच की जा रही है। इसके लिए निर्यात के सभी आंकड़ें भी एकत्र किए जा रहे हैं।

दुबई से बोले जैद-मुझे कुछ नहीं मालूम
धोखाधड़ी में घिरे निर्यातक परिवार का पक्ष जानने की कड़ी जद्दोजहद में दुबई में रह रहे शाहे आलम के पुत्र जैद आलम से मोबाइल पर बात हो सकी। उन्होंने अपना पक्ष रखने के बजाए साफ कह दिया कि उन्हें धोखाधड़ी की एफआईआर और कालीन व्यापारी के आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इससे पहले शाहे आलम से संपर्क करने की कोशिश कामयाब नहीं हो सकी। एसओ गलशहीद सौरभ त्यागी ने बताया है कि शाहे आलम का मोबाइल फोन लगातार स्वीच आफ है।

तीन कारोबारी और आए रिपोर्ट कराने
निर्यातक शाहे आलम के खिलाफ करोड़ों की धोखाधड़ी करने के लिए शनिवार को तीन और कालीन व्यापारियों ने एसएसपी सतपाल अंतिल से शिकायत की है। इसके बाद ही निर्यातक शाहे आलम के परिवार पर दर्ज पुराना केस पर भी पुलिस ने नए सिरे से तफ्तीश तेज की है। मिर्जापुर के कालीन निर्यातक शहजाद आलम ने एसएसपी सतपाल अंतिल को तहरीर देकर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि वर्ष 2012 से वह कालोनी का कारोबार शाहे आलम के साथ कर रहे थे। उन्होंने इनकी अमेरिका की इंपोर्ट कंपनी को माल भेजा था। इस कंपनी की अध्यक्ष शाहे आलम की पुत्रवधु जैनब आलम है। उन्होंने कहा है कि कंपनी ने उनका साढ़े तीन करोड़ रुपये रोक लिया और लगातार बहानेबाजी कर रहे हैं। एसएसपी ने शिकायती पत्र की जांच गलशहीद पुलिस को सौंप दी है। एसओ गलशहीद सौरभ त्यागी का कहना है कि उनके पास अभी शहजाद आलम की शिकायत नहीं आयी है। शिकायत की जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी।

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