सामूहिक विवाह : एक-दूसरे के हुए 109 जोड़े, एक जोड़े ने पढ़ा निकाह
Barabanki, Amrit Vichar: जीआईसी ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 109 जोड़ों का विवाह कराया गया। इनमें 108 जाेड़ों का विवाह हिंदू रीति रिवाज से तो एक जोड़े का निकाह पढ़ाया गया। इस दौरान पहुंचे अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत और सीडीओ अन्ना सुदन समेत कई अधिकारियों ने वर-वधू को शुभकामनाएं दीं।
बैजनाथ रावत ने सभी नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने कहा कि यह गरीब परिवारों के लिए खुशी का दिन है। कई परिवारों ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनकी बेटियों की शादी इतने भव्य आयोजन में होगी। सभी जातियों के लोग एक मंडप में सबके साथ समानता का व्यवहार करते व सामाजिक रीति रिवाजों, परंपराओं से दाम्पत्य सूत्र में बंधते हैं। इससे सर्वधर्म समाज और संस्कृति को बल मिलता है। उन्होंने सात फेरों के सात वचनों पर बल देते हुए पति-पत्नी को सामंजस्यपूर्ण जीवन जीते हुए प्रगति पथ पर बढ़ने की शुभकामनाएं दी। जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से शादी में होने वाले अपव्यय पर रोक लगती है।
जिससे गरीब भी अपनी बहन, बेटी-बेटा की शादी खुशहाली से कर सकते हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत शासन द्वारा एक जोड़े की शादी पर 51 हजार रुपये खर्च करने की व्यवस्था है। इसी पैसे से जहां प्रति जोड़ा 35 हजार नगद दिया जाता है वहीं ग्यारह हजार का उन्हें सामान देकर विदा किया जाता है। कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी हैदरगढ़, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा, विकास अभिलाषा त्रिपाठी और स्कूल के प्रधानाचार्य राधेश्याम भी उपस्थित थे। इस अवसर पर विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए। आयोग के अध्यक्ष ने जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा की कार्यक्रम आयोजन के लिए प्रशंसा की।
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