कानपुर में कैंसर से बचाने के लिए हैलट अस्पताल में हुई विश्वस्तरीय सर्जरी; डॉक्टर्स ने ब्रेस्ट हटाकर लगाया जांघ का मांस

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर, अमृत विचार। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में विश्वस्तरीय सर्जरी की गई। कैंसर से महिला की जान बचाने के लिए उसका एक साइड का ब्रेस्ट हटाकर माइक्रोस्कोप से महीन से महीन नसों को जोड़ा गया और जांघ का मांस व स्किन लगाकर हटाए गए ब्रेस्ट के खाली स्थान को भरा गया। 

शहर के रायपुरवा क्षेत्र में रहने वाली 60 वर्षीय महिला को ब्रेस्ट कैंसर हो गया था। चार मई 2024 को हैलट अस्पताल में महिला को कैंसर से बचाने के लिए ऑपरेशन किया गया था। साथ ही ब्रेस्ट से निकाले गए कैंसर की जानकारी के लिए उसे लैब में भेजा गया। लैब से रिपोर्ट आने पर हैलट के डॉक्टरों को जानकारी हुई कि महिला को त्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर है, जो दोबारा भी हो सकता है। इसलिए डॉक्टरों ने महिला को फालोअप में रखा। 

डॉ. संजय काला कानपुर समाचार (1)

जानकारी हुई कि कैंसर फिर से बाएं साइड में हो गया है। महिला 19 फरवरी को हैलट अस्पताल में परामर्श लेने आई, जांच में स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने महिला को तत्काल भर्ती किया और ऑपरेशन की तैयारी की। वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉ. प्रेम शंकर ने बताया कि महिला का जीवन बचाने के लिए छाती से लेकर पेट तक स्किन व मांस को हटाया गया। उस जगह पर जांघ का मांस व स्किन लगाई गई। 

माइक्रोस्कोप की मदद से महीन से महीन से नसों को जोड़ा गया। यह ऑपरेशन करीब आठ घंटे तक चला। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला ने बताया कि यह सर्जरी विश्वस्तरीय की है, जो विदेशों में की जाती है। 

इस सर्जरी में करीब दो करोड़ के माइक्रोस्कोप की मदद ली गई। ऑपरेशन के दौरान प्रो. संजय काला, डॉ. प्रेमशंकर, डॉ. पाविनी वत्सल, डॉ. आंचल अग्रवाल, डॉ. शाकिब, डॉ. गितिका, डॉ. दुर्गेश व एनेस्थिया टीम से डॉ. सत्येंद्र, डॉ. सुप्रीत, डॉ. दीपक, डॉ. शिवम व डॉ. कृष्णा रहे।

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