पीलीभीत महिला अस्पताल में भोजन और पानी की खामियां, राज्य महिला आयोग की सदस्य नाराज
पीलीभीत, अमृत विचार। राज्य महिला आयोग की सदस्य के दो दिवसीय दौर में मेडिकल कॉलेज के महिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान खामियां उजागार हो गई हैं। ये पता चला कि मरीजों को अंडे और ब्रेड मिल भले न मिल रहे हों, लेकिन अंडे और ब्रेड का भुगतान किया जाता रहा।
इतना ही नहीं पानी के आरओ को लेकर भी झूठे दावे सामने आए। इसे लेकर राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को रखने की बात कही है। फिलहाल निरीक्षण के बाद मेडिकल कॉलेज में खलबली मची हुई है।
बता दें कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता सैनी ने मेडिकल कॉलेज के महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं हकीकत परखना शुरू की तो दावों की पोल खुल गई। ये सामने आया कि मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं तो दूर, खाना-पानी तक ठीक नहीं मिल रहा।
निरीक्षण के दौरान वार्ड में पहुंचने पर सदस्या सुनीता सैनी ने मरीजों को मिलने वाले भोजन व उसकी गुणवत्ता के बारे में जानकारी की। इस दौरान मरीजों ने बताया कि दाल-रोटी व दूध मिलता है। इस पर उन्होंने डाइट चार्ट तलब किया। चार्ट के मुताबिक मरीजों को भोजन नहीं दिया जा रहा था।
सदस्या ने बिल बाउचर चेक किए तो अंडा-ब्रेड का भुगतान निकलने की पुष्टि हुई। जबकि मरीजों ने बताया कि उन्हें तो अंडा-ब्रेड मिला ही नहीं। जबकि अंडा और ब्रेड के नाम करीब प्रति मरीज 20 रुपये से अधिक की डाइट के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है।
बताते हैं कि इसका टेंडर होता है और मरीजों को चार्ट के अनुसार भोजन दिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। इतना ही नहीं पेयजल के नाम पर लगे आरओ प्लांट भी खराब मिले, लेकिन अफसरों ने झूठ बोल दिया। इस पर उन्होंने पहले अफसरों से पानी पीने के लिए कहा।
फिर खुद पानी पीकर चेक किया, जो पीने योग्य नहीं था। इस पर महिला आयोग की सदस्य ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई करने के बात कही। इस पर उन्होंने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगी।
तीन माह पहले भी पकड़ी गई थी अव्यवस्था
बताते हैं कि राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता सैनी 24 दिसंबर 2024 को निरीक्षण करने के लिए आई थीं। उस वक्त भी महिला अस्पताल में असुविधाएं देखने को मिली थी। इस पर प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा और सीएमएस डॉ. राजेश को सुधार करने के निर्देश दिए थे। उस वक्त भी आरओ प्लांट खराब पड़ा था।
जिसको ठीक करने के लिए कहा गया था। मगर तीन माह बाद भी आरओ प्लांट खराब मिला। बताते हैं कि आरओ प्लांट ठीक करने के लिए बिल पास करा लिए गए। इसके बावजूद महिला अस्पताल के मरीज व तीमारदार गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। इसी के साथ ही मरीजों को दो-दो कंबल देने के लिए आदेश दिए थे। लेकिन इस बार भी एक ही कंबल मिला है।
दो दिवसीय दौरे के दौरान पीलीभीत महिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया था। जिसमें खामियां पाई गई हैं। अंडा और ब्रेड का भुगतान निकल रहा था, लेकिन मरीजों को नहीं दिया जा रहा। आरओ प्लांट की मरम्मत कराने के लिए बिल पास किए गए, लेकिन प्लांट बंद मिला। समस्त खामियों की रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएगी। ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से हो सके- सुनीता सैनी, सदस्य , राज्य महिला आयोग
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