Lucknow University: महिला सशक्तिकरण से ही होगा विकसित भारत का निर्माण, शुरू हुई दो दिवसीय संगोष्ठी

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

लखनऊ, अमृत विचार: लखनऊ विश्वविद्यालय के राधाकमल मुखर्जी सभागार में समाज कार्य विभाग द्वारा भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के सहयोग से "महिला नेतृत्व में विकास: विकसित भारत के लिए उभरती रणनीतियां @विजन2047 विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी शनिवार को शुरू की गई।

संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के बिना विकास की कल्पना नितांत असंभव है। महिला सशक्तिकरण से ही विकसित भारत का निर्माण होगा। सरकार 'नारी शक्ति से विकसित भारत' के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता तुमकुर विश्वविद्यालय, कर्नाटक के पूर्व कुलपति कर्नल प्रो. वाई.एस. सिद्देगौड़ा ने कहा कि जिस देश की महिलाएं जितनी स्वावलंबी और सशक्त होंगी, वह देश उतना ही आगे बढ़ेगा। विकसित भारत के निर्माण में महिलाओं की अग्रणी भूमिका अपरिहार्य है। आज की महिलाएं शिक्षा, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं।

लविवि के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि हमारे समाज में महिलाओं की आवाज को मुखरित करना ही सच्चे विकसित भारत की नींव है। जब तक महिलाएं स्वयं के लिए निर्णय नहीं लेंगी, तब तक हमारा विकास अधूरा ही रहेगा। प्रो. मनुका खन्ना ने बताया कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे महिलाएं अपनी पहचान और क्षमता को पहचान सकती हैं। इस मौके पर संगोष्ठी के संयोजक एवं समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश द्विवेदी अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. वीके शर्मा, सांस्कृतिकी निदेशक प्रो. अंचल श्रीवास्तव, अधिष्ठाता विज्ञान संकाय प्रो. शीला मिश्रा तथा समाज कार्य विभाग एवं अन्य विभागों के शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।

यह भी पढ़ेः माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर भड़का शिक्षक संघ, 25 मार्च तक भुगतान करने की दी चेतावनी

संबंधित समाचार