कासगंज: रेत की बोरियों वाला कच्चा बांध टूटा, अब 50 गांवों के सामने संकट

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Published By Preeti Kohli
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गंजडुंडवारा, अमृत विचार: विकासखंड का गांव निविया और उसके आसपास के लगभग 50 गांवों के सामने बाढ़ से कटान का खतरा रहता है। इस बार बारिश और बाढ़ में फिर से मकान और खेत कटान में न समा जाए इसको लेकर ग्रामीण चिंतित हैं। सपा नेता अब्दुल हफीज गांधी और ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से समय रहते बांध की मरम्मत कराने की मांग की है।

सपा नेता अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि पिछले वर्ष इस क्षेत्र में गंगा कटान ने भीषण तबाही मचाई थी। सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई, मवेशी मारे गए और ग्रामीणों के घर उजड़ गए। दर्जनों गांवों के लोग हर पल अपने जीवन और भविष्य को लेकर चितिंत रहते हैं। सिंचाई विभाग द्वारा एक साल पहले यहां रेत की बोरियों से कच्चा बांध बनाया गया था, जो अब पूरी तरह कट चुका है।

उन्होंने कहा कि अप्रैल का महीना चल रहा है। जून-जुलाई में बारिश के साथ-साथ पहाड़ों से भी भारी जलप्रवाह होता है। गंगा का जलस्तर बढ़ेगा और यदि समय रहते पुख्ता इंतज़ाम नहीं किए गए, तो निविया गांव सहित 50 से ज्यादा गांव एक बार फिर तबाही का शिकार हो सकते हैं। मिहोला ग्राम प्रतिनिधि जसवीर सिंह शाक्य ने कहा कि यदि बांध की मरम्मत समय न हुई तो फिर से तबाही हो सकती है।

लोगों ने निविया क्षेत्र में गंगा किनारे स्थायी और पक्का बांध बनवाने, संवेदनशील बिंदुओं पर पक्की सुरक्षा दीवारें खड़ी करने, गंगा कटान से बचाव को दीर्घकालिक योजना बनाने की मांग की है। मांग करने वालों में सत्यपाल सिंह, गुड्डू, सचिन, मानसिंह, विपिन कुमार, शैलेंद्र, सोम सिंह, पन्नालाल, यादराम, मुन्नालाल, राजेंद्र सिंह, महेश यादव, अनिल, बादाम सिंह आदि मौजूद रहे।

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