Hamirpur: प्यार, दुष्कर्म, समझौते और दहेज के भंवर में फंसी नाबालिग, समझौते के बाद लड़के के परिजन शादी करने से मुकरे, जानिए पूरा मामला
मौदहा (हमीरपुर), अमृत विचार। घर के अंदर सरेआम दुष्कर्म करते पकड़े गए युवक के परिजनों ने कोतवाली में शादी की बात को लेकर समझौता तो कर लिया लेकिन कोतवाली गेट के बाहर निकलते ही समझौते की बात से मुकर गए। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है वहीं पूरे घटना क्रम में एक कबूतरबाज की भूमिका सबसे अधिक सामने आ रही है।
कस्बे के एक मोहल्ले निवासी एक पिता ने पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती पत्र में बताया कि बीते 22 अप्रैल को तड़के वह ईंटों के ढुलाई के लिए अपनी पत्नी के साथ चला गया था और लगभग साढ़े दस बजे धूप होने के कारण जब घर आए तो दरवाजे अंदर से बंद थे। पीड़ित ने बताया कि अंदर से उसकी नाबालिग लड़की के रोने की आवाज आ रही थीं। जिसके चलते उन्होंने मोहल्ले के लोगों के सहयोग से दरवाजे खोले तो अंदर मोहल्ले का सजातीय बाबू पुत्र कल्लू पुत्री से दुष्कर्म कर रहा था। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद उन्होंने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई तो मोहल्ले के लोगों ने मध्यस्थता कर शादी करने की बात को लेकर समझौता करा दिया।
पीड़ित ने बताया कि कोतवाली से बाहर निकलते ही आरोपी पक्ष समझौते की शर्तों से मुकर गया और पांच लाख रुपये व अन्य सामान दहेज के रूप में मांग करने लगे। पीड़ित ने बताया कि इस मामले में उसी मोहल्ले के एक कबूतरबाज की भूमिका है जो पुलिस और आरोपियों के बीच मध्यस्थता करा रहा है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। वहीं सूत्रों की माने तो मामला सजातीय और आपसी सहमति का है जिसे दुष्कर्म का रूप दिया जा रहा है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी उमेश कुमार सिंह ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में नहीं है और अगर कोई ऐसा मामला हुआ है तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
