बरेली: प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्रों की भरमार, अविवाहित और पक्के मकान वालों ने भी डाला फॉर्म

अनुपम सिंह, अमृत विचार: प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के लिए बड़ी संख्या में अपात्र भी आवेदन कर रहे हैं। जिन लोगों के पक्के मकान है और अविवाहित हैं, उन्हें भी आवास चाहिए। अब तक 47 हजार लोगों ने आवास के लिए आवेदनक किया है। इनमें 23 हजार आवेदनों के सत्यापन में 16 हजार से अधिक लोग अपात्र पाए गए।
योजना के तहत पात्रों को ढाई लाख रुपये का लाभ मिलता है। तीन किस्तों में धनराशि दी जाती है। पहली किस्त में 50 हजार, दूसरी में डेढ़ लाख और तीसरी में 50 हजार रुपये मिलते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी 2.0 के लिए अक्टूबर 2024 से ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। अब तक 47 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया गया है।
डूडा विभाग की वेबसाइट पर आने वाले आवेदनों को सत्यापित करने के लिए नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों में भेजे जाते हैं। नगर निगम में नगर आयुक्त जबकि नगर पालिका और नगर पंचायतों में एसडीएम अध्यक्ष नामित हैं। आवेदनों के सत्यापन के लिए टीमें लगाई गई हैं।
अब तक टीमों ने 23176 आवेदनों का सत्यापन कर लिया है, जिसमें से 7001 लोग पात्र मिले हैं, जबकि 16175 अपात्र पाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में अपात्रों के निकलने से जांच टीम में शामिल अधिकारी भी हैरान हैं। जांच में अपात्र पाए गए सभी आवेदनों को विभाग की ओर से निरस्तीकरण की सूची में डाल दिया गया है।
नगर निगम क्षेत्र के स्वालेनगर से एक व्यक्ति ने आवास का लाभ लेने के लिए तीन माह पहले आवेदन किया था। सत्यापन से पता चला कि आवेदन करने वाले का पक्का मकान है। दूसरी जगह पर प्लॉट पड़ा है। उसी पर निर्माण कराने के लिए उसने आर्थिक लाभ के लिए आवेदन किया था।
फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत क्षेत्र से एक व्यक्ति ने मार्च में आवेदन किया था। 20 दिन पहले सत्यापन टीम मौके पर पहुंची। पता चला कि आवेदनकर्ता अविवाहित है और माता-पिता के साथ रह रहा है। उसे अपात्र घोषित करते हुए आवेदन निरस्त कर दिया गया।
केस-3
रिठौरा नगर पंचायत क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास शहरी के लिए व्यक्ति ने आवेदन किया। सत्यापन से पता चला कि आवेदनकर्ता के पास जमीन के दस्तावेज नहीं हैं, जिस जमीन को वह अपना बता रहा था, उसके अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर सका। आवेदन को निरस्त कर दिया गया है।
सबसे ज्यादा नगर निगम क्षेत्र में पाए गए अपात्र, नवाबगंज में सबसे कम
सबसे ज्यादा नगर निगम क्षेत्र में 5023 लोग अपात्र मिले हैं, जबकि सबसे कम 125 लोग नवाबगंज नगर पालिका क्षेत्र में निकले हैं। आंवला नगर पालिका में 1150, बहेड़ी में 418, फरीदपुर में 1270 लोग अपात्र पाए गए। नगर पंचायतों में बिशारतगंज में 286, सिरौली में 990, देवरनियां में 912, फरीदपुर में 170, रिछा में 536, शेरगढ़ में 462, फतेहगंज पश्चिमी में 169, मीरगंज में 658, शाही में 320, शीशगढ़ में 1120, सेंथल में 350, धौराटांडा में 275, रिठाैरा में 180, ठिरिया में 180 लोग अपात्र मिले हैं।
कई हजार और मिलेंगे अपात्र
अब तक करीब 49 फीसदी के सत्यापन में ही इतनी बड़ी तादात में लोग अपात्र मिले हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि शत प्रतिशत सत्यापन पूरा होने पर अपात्रों की संख्या अभी कई हजार और बढ़ेगी। विभागीय जानकारों के मुताबिक सौ फीसदी सत्यापन में 75 प्रतिशत अपात्र और पात्र 25 फीसदी ही मिलने की संभावना है।
पात्रता के मानकों को जाने बिना हर कोई ऑनलाइन आवेदन कर दे रहा है। बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी आवेदन कर रहे हैं। पात्रों को ही योजना से लाभान्वित किया जाएगा- रामजनम यादव, प्रभारी पीओ डूडा
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