नालों की सफाई बस हवा हवाई, बारिश में जलभराव की समस्या झेलेंगे शहरवासी
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7 प्रमुख नालों की सफाई में जमकर लापरवाही
लखनऊ, अमृत विचार। नगर आयुक्त गौरव कुमार के सख्त निर्देश पर अभियंताओं ने नालाें की सफाई का काम शुरू तो कर दिया है, लेकिन काम कागजी ही नजर आ रहा है। लगभग 67 किलोमीटर लंबे सात प्रमुख नालों की सफाई में लापरवाही बरती जा रही है। हैदर कैनाल, सरकटा नाला, किला मोहम्मदी और पाटा नाला सिल्ट से पटे हैं।
नालों की सिल्ट और गंदगी बता रही नहीं हुई काफी समय से सफाई
पुराने लखनऊ से होकर गोमती नदी में गिरने वाला सरकटा नाला चोक है। डीजीपी कार्यालय के पास हैदर कैनाल नाले में गंदगी दिख रही है, जबकि नगर निगम के अभियंता दो नालों की सफाई का दावा कर रहे हैं। मीटिंग में गलत रिपोर्ट देकर उच्चाधिकारियों को भी गुमराह कर रहे हैं।
ये हैं सात प्रमुख नाले
हैदर कैनाल, किला मोहम्मदी ड्रेन, पाटा नाला, सगरा नाला, सरकटा नाला और जनेश्वर मिश्र पार्क दयाल पैराडाइज नाला।
साल में दो बार सफाई पर 15 करोड़ रुपये हो रहे खर्च
जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम जमकर बजट खर्च कर रहा है। नाला सफाई का बजट 15 करोड़ रुपये किया है। एक भी नाला सफाई से न छूटे इसके लिए साल में दो बार सफाई कराई जाती है। लेकिन नाला सफाई के नाम पर ठेकेदार और अभियंता बजट साफ कर रहे हैं। करोड़ों रुपये खर्च के बाद भी नाले चोक और गंदगी से पटे हैं। नाले चोक होने से बारिश के समय तेज बहाव के कारण पानी बैक मारता है, जिससे शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है।
अपने चहेते ठेकेदारों को इंजीनियर दे रहे काम
नाला सफाई के काम में जमकर कमाई है। ठेकेदार काम पाने के लिए अधिकारियों से सिफारिश तक लगाते हैं। लेकिन अभियंता अपने चहेते ठेकेदारों को काम दे देते हैं। सात प्रमुख नालों की सफाई नगर निगम के आरआर विभाग द्वारा बड़ी मशीनों से कराया जाता है। टेंडर न कराके विभाग के इंजीनियर ही खुद नाला सफाई कराते हैं। इसमें करीबी ठेकेदार का सहयोग लिया जाता है।
दो बड़े नालों की सफाई का काम लगभग 80 प्रतिशत हो चुका है। पांच नालों की सफाई का काम भी जल्द ही शुरू किया जाएगा। मानसून से पहले लगभग 67 किलोमीटर लंबे सभी 7 नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा।
महापौर ने बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
विकास योजनाओं और आगामी मानसून की तैयारियों को लेकर महापौर सुषमा खर्कवाल ने कैम्प कार्यालय में मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने ड्रेनेज सिस्टम, जलभराव वाले क्षेत्रों की पहचान और समय पर नाले और नालियों की सफाई कराने के निर्देश दिए। जिससे शहर में जलभराव की समस्या न हो।
महापौर ने कहा कि नियमित रूप से कूड़ा निस्तारण, सड़कों की सफाई और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया जाए। अभियान में जनता को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि आगामी दो हफ्तों में मानसून से संबंधित तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
उन्होंने बताया कि प्रमुख नालों की सफाई, मशीनों की मरम्मत, कर्मचारियों की तैनाती जैसी सभी आवश्यक कार्य योजनाएं अंतिम चरण में हैं। बैठक में नगर आयुक्त, समस्त अपर नगर आयुक्त, सीएफएओ, जीएम जलकल, चीफ इंजीनियर (सिविल), चीफ इंजीनियर (आरआर) सहित नगर निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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