Mock Drill In UP : गृह मंत्रालय से UP के 17 जिले चिन्हित, मॉक ड्रिल आज, ब्लैक आउट होने पर बजेगा सायरन
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-डीजीपी ने कहा, सभी जिलों में नागरिकों को युद्ध के मद्देनजर बचाव का देंगे प्रशिक्षण
लखनऊ, अमृत विचार। गृह मंत्रालय ने युद्ध से बचाव को लेकर बुधवार की शाम तय समय पर मॉक ड्रिल के लिए प्रदेश के 17 जिलों को ही चिह्नित किया है। हालांकि डीजीपी ने सभी जिलों में नागरिकों को युद्ध के मद्देनजर बचाव का प्रशिक्षण देने की बात कही है।गृह मंत्रालय की तरफ से माक ड्रिल के लिए जिन जिलों को चिह्नित किया गया है, उनमें A श्रेणी में बुलंदशहर को शामिल किया गया है। यहां नरोरा में परमाणु ऊर्जा का संयंत्र हैं।
इसके अलावा लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, आगरा, गाजियाबाद, मथुरा, झांसी, सहारनपुर, गोरखपुर, कानपुर नगर, चंदौली, मेरठ व मुरादाबाद को बी श्रेणी के जिलों में शामिल किया गया है। वहीं बागपत व मुजफ्फरनगर को सी श्रेणी के जिलों के रूप में चिह्नित किया गया है। अयोध्या, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, मथुरा और प्रयागराज में शाम 7 बजे से मॉक ड्रिल होगी।
जबकि गोरखपुर में 6:30 बजे, चंदौली में 7:30 बजे, बरेली व मुरादाबाद में राज 8 बजे, आगरा, वाराणसी, कानपुर, बिजनौर, जौनपुर, उन्नाव और शामली में सुबह 11 बजे से कहीं 15 मिनट तो कहीं 30 मिनट सायरन गूंजेगा।
डीजी नागरिक सुरक्षा, अभय प्रसाद ने बताया कि बागपत व मुजफ्फरनगर को छोड़कर बाकी के 15 जिलों में वर्ष 1962 में नागरिक सुरक्षा विभाग के कार्यालय खोले गए थे। उन्होंने बताया कि माक ड्रिल को लेकर शाम चार बजे से गृह मंत्रालय को हर एक-एक घंटे पर रिपोर्ट भेजनी है। इस बारे में संबंधित जिलों के जिला प्रशासन को निर्देश भेजे जा चुके हैं।
वहीं, डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में जिला व पुलिस प्रशासन तथा डिजास्टर रिस्पांस फोर्स संयुक्त रूप से माक ड्रिल के जरिए नागरिकों को युद्ध के मद्देनजर बचाव का प्रशिक्षण देंगे। ब्लैक आउट का समय भी जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किया जाएगा। ब्लैक से कुछ मिनट पहले सायरन बजाया जाएगा। इसे लेकर सभी बड़े प्रतिष्ठानों व शैक्षणिक संस्थानों को भी निर्देश भेजे जा चुके हैं।
मॉक ड्रिल : हिस्सा लेने के लिए विद्यार्थी परिषद का आहवान
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा देशभर में आयोजित की जा रही ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ में युवाओं-विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर सहभागिता करने का आह्वान किया है। राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल नागरिक और संस्थागत तंत्र की तैयारियों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक आवश्यक कदम है।
इस अभ्यास में एयर रेड वॉर्निंग सायरन का परीक्षण, क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास, नागरिकों की सुरक्षित निकासी का पूर्वाभ्यास, विद्यार्थियों व आम नागरिकों को आपात स्थिति में सुरक्षा के उपाय सिखाने का प्रशिक्षण सम्मिलित है।
साथ ही रेडार स्टेशन, पावर प्लांट्स जैसी महत्त्वपूर्ण संस्थाओं को छिपाने हेतु रणनीतिक कैमोफ्लाज तकनीकों का अभ्यास भी किया जाएगा। अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के निर्णय का स्वागत करती है।
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