लखनऊ चिड़ियाघर रहेगा बंद, बाघिन में मिले बर्ड फ्लू वायरस 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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अमृत विचार,लखनऊ। फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच गोरखपुर और इटावा के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ और कानपुर के चिड़ियाघरों को भी एक हफ्ते के लिए बंद करने का आदेश जारी किया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि गोरखपुर के शहीद अशफाकउल्ला खां चिड़ियाघर में एक बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद गोरखपुर और इटावा में भी इसी तरह के एहतियाती कदम उठाए गए थे।

गोरखपुर के शहीद अशफाक अल्ला खां चिड़ियाघर में मृत बाघिन में मिले बर्ड फ्लू वायरस के बाद राजधानी स्थित नवाब वाजिद अली शाह उद्यान को बुधवार से 20 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है। चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार मुख्य वन संरचक वन्य जीव के आदेश के बाद यह फैसला लिया गया है। इस दौरान चिड़ियाघर के वन्य जीवों की मानीटरिंग की जाएगी। किसी भी वन्य जीव में बर्ड फ्लू के लक्षण मिलने पर उनका समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। 

इस बाबत चिड़ियाघर निदेशक अदिति शर्मा ने बताया कि गोरखपुर के चिड़ियाघर में कुछ दिन पहले बाघिन की मौत हुई थी। उसकी जांच के लिए उसके सैंपल को भोपाल की एक लैब में भेजा गया था। लैब जांच में बाघिन में बर्ड फ्लू के वायरस मिले थे। इसको देखते हुए मुख्य वन संरक्षक की ओर से सतर्कता बरतते हुए लखनऊ उद्यान को बंद करने का फैसला लिया गया है। लखनऊ जू में बर्ड फ्लू का अभी तक कोई केस नहीं है। चिड़ियाघर प्रशासन स्वच्छता संबंधित सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक 

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अनुराधा वेमुरी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में जारी निर्देशों के अनुरूप लखनऊ और कानपुर के चिड़ियाघरों को भी सात दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया। इस निर्णय का उद्देश्य वायरस के किसी भी संभावित संक्रमण को रोकना और चिड़ियाघरों और पोल्ट्री फार्मों में निगरानी बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने विभागों में तत्काल और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, "चिड़ियाघरों, पक्षी अभयारण्यों, आर्द्रभूमि, गौशालाओं और राष्ट्रीय उद्यानों में जानवरों और पक्षियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी अधिकारियों को केंद्र और राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों के अनुसार तत्परता से काम करना चाहिए।" 

सभी चिड़ियाघर परिसरों को नियमित रूप से कराये सफाई साफ

उन्होंने निर्देश दिया कि सभी चिड़ियाघर परिसरों को नियमित रूप से साफ किया जाए, जानवरों की लगातार स्वास्थ्य जांच की जाए और जानवरों के भोजन और पानी के स्रोतों की पूरी तरह से जांच की जाए। वन और स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर हैं, चिड़ियाघर और सफारी के कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान मास्क, दस्ताने और PPE किट जैसे सुरक्षात्मक गियर का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है। गोरखपुर चिड़ियाघर में रखी गई एक बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत होने की पुष्टि की गई थी। 

वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने पुष्टि की कि गोरखपुर में मरने वाली बाघिन में बर्ड फ्लू पाया गया था। सक्सेना ने कहा, "लैब रिपोर्ट में बाघिन में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। नतीजतन, न केवल चिड़ियाघरों में बल्कि पूरे राज्य में पोल्ट्री फार्मों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। कर्मचारियों को सख्त जैव सुरक्षा उपायों का पालन करने का निर्देश दिया गया है।" उन्होंने बताया कि आदेश के तहत बंद किए गए चिड़ियाघरों में गोरखपुर चिड़ियाघर, इटावा लॉयन सफारी व लखनऊ चिड़ियाघर, कानपुर चिड़ियाघर शामिल हैं। 

इस बीच, लखनऊ चिड़ियाघर की निदेशक अदिति सिंह ने कहा कि राजधानी के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियात के तौर पर चिड़ियाघर को एक हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "सभी जानवरों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सप्ताह के अंत में स्थिति की समीक्षा के बाद इसे फिर से खोलने का फैसला लिया जाएगा।" बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है, लेकिन दुर्लभ मामलों में, अगर वायरस जोर पकड़ता है तो यह स्तनधारियों और यहां तक कि मनुष्यों में भी फैल सकती है।

 

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