कानपुर : झकरकटी बस अड्डा सीओडी पुल के आगे शिफ्ट होगा, नापजोख शुरु
झकरकटी बस अड्डे का पीपीपी मॉडल के तहत होना आधुनिकीकरण
कानपुर : शहीद मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय झकरकटी बस अड्डे का पीपीपी मॉडल के तहत खूबसूरत बनाने की योजना है। ऐसे में बस अड्डे के टाटमिल चौराहा से रामादेवी जाने वाले मुख्य मार्ग पर सीओडी पुल के आगे कैंट क्षेत्र में अस्थाई तौर पर ले जाने की तैयारी है जिसका सर्वे, नापजोख शुरु हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अपर प्रबंध निदेशक ने बीते दिनों लखनऊ से कानपुर पहुंचकर परिवहन की टीम के साथ कैंट के इस जंगल का सर्वे किया था। इस जंगल की चौड़ाई 150 मीटर और गहराई 130 मीटर है। क्षेत्रीय प्रबंधक कानपुर परिक्षेत्र अनिल कुमार भी इस जंगल को कई बार देख चुके हैं। जंगल में बबूल के पेड़, झील झंकार इतना है कि इसे साफ करने में कई महीने का समय लगेगा लेकिन बस अड्डा यहीं शिफ्ट होगा, ये तय हो चुका है। एक अनुमान के मुताबिक झकरकटी बस अड्डा शिफ्ट होने में कम से कम दो से तीन महीने का समय लगेगा।
हालांकि कैंट के इस जंगल को साफ करने के बाद यहां से बसों का संचालन इतना आसान नहीं होगा क्योंकि झकरकटी बस अड्डे से रोजाना लगभग 1400 बसों का आवागमन है। बताते चलें कि दैनिक अमृत विचार ने भी दो माह पूर्व सीओडी के आगे बस अड्डा शिफ्ट होने की खबर प्रकाशित की थी जिसपर अधिकारियों ने मुहर लगा दी है। इस संबंध में झकरकटी बस अड्डा के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक पंकज तिवारी का कहना है कि सीओडी के आगे ही बस अड्डा शिफ्ट होगा लेकिन जंगल की सफाई में थोड़ा समय लगेगा।
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