बरेली: ठेकेदार से एक लाख रुपये रिश्वत लेने वाला अधिशासी अभियंता निलंबित
बरेली, अमृत विचार। बिजली विभाग के ठेकेदार से कुछ दिन पहले एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए अपने कार्यालय के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए शहरी क्षेत्र के 33 केवी वर्टिकल में तैनात अधिशासी अभियंता महावीर सिंह को निलंबित कर दिया गया। चीफ इंजीनियर की रिपोर्ट पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की एमडी रिया केजरीवाल ने अधिशासी अभियंता महावीर सिंह पर कार्रवाई करते हुए उन्हें अयोध्या से संबद्ध किया है।
अधिशासी अभियंता महावीर सिंह बिजली विभाग के ठेकेदार नाजिम खान से एक लाख रुपये लेते हुए अपने कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इसका वीडियो पिछले शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। अभियंता के रिश्वत लेने का मामला संज्ञान में आने पर पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय ने जांच के आदेश दिए थे। मुख्यालय की सख्ती के बाद बरेली जोन के मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश ने ग्रामीण क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता ज्ञानेंद्र सिंह और अधिशासी अभियंता सत्येंद्र चौहान की जांच कमेटी गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी थी।
अधिशासी अभियंता महावीर सिंह के विरुद्ध एक लाख रुपये लेने की जांच चल रही थी कि उनका एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में वह किसी व्यक्ति से फाइल पर हस्ताक्षर करने से पहले एक लिफाफा लेकर जेब में रखते नजर आ रहे थे। जांच टीम ने सभी तथ्यों को एकत्र कर चीफ इंजीनियर को रिपोर्ट सौंपी। चीफ इंजीनियर ने जांच आख्या पावर कारपोरेशन मुख्यालय भेजी। जांच में अभियंता के एक लाख रुपये रिश्वत में लेने का आरोप सही पाया गया। जांच आख्या मिलने पर मध्यांचल की एमडी रिया अग्रवाल ने शुक्रवार को अधिशासी अभियंता महावीर सिंह को निलंबित करते हुए अयोध्या जोन से संबद्ध कर दिया।
वर्जन
मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश ने बताया कि अधिशासी अभियंता के खिलाफ मध्यांचल एमडी की तरफ से निलंबन की कार्रवाई की गई है। उनके पैसे लेने का वीडियो वायरल होने के बाद जांच रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई थी। इसी आधार पर कार्रवाई हुई है।
