बदायूं : फाइनेंस कंपनी के एजेंट से होगी पूछताछ, पुलिस की जांच शुरू
सदर कोतवाली में लगातार पहुंच रहीं खाता धारकों की शिकायतें
बदायूं, अमृत विचार। अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी ने खाता धारकों के करोड़ों रुपये नहीं दिए हैं। अब कार्यालय पर ताला लग गया है। खाता धारकों ने कंपनी कार्यालय, राजमार्ग से लेकर बरेली जाकर कंपनी के मालिक के घर पर भी हंगामा किया था। पुलिस के पास लगातार शिकायत पत्र पहुंचे। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने एसपी सिटी से जांच कराई। प्रथम दृष्टया शिकायत सही मिली। कंपनी के मालिकों समेत सात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। कंपनी के एजेंट से पूछताछ की जाएगी। वहीं अन्य खाता धारकों की शिकायतों के बाद बयान दर्ज होंगे।
शहर में कई साल से मीरा सराय मार्ग पर अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी का कार्यालय चल रहा था। जहां कई लोगों के खाते खोले गए। कारोबार बढ़ाने को कंपनी के मालिक ने एजेंट रखे थे। जो खाता धारकों के पास जाकर रुपये लाते थे और कार्यालय में खाता धारकों के खाते में रुपये जमा किए जाते। तकरीबन छह महीने से कंपनी के कर्मचारियों का रवैया बदल गया। खाता धारकों से रुपये तो लिए लेकिन मैच्योरिटी के बाद भुगतान नहीं किया। फरवरी में खाता धारकों के हंगामे के बाद मई में भुगतान का आश्वासन मिला। टोकन भी दिए गए थे। फिर भुगतान में टालमटोल की जाती रही। अब कंपनी का कार्यालय बंद कर दिया गया है। लोग परेशान हैं। उन्होंने एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह से शिकायत की। एसएसपी ने एसपी सिटी विजेंद्र द्विवेदी से जांच कराई। प्रथम दृष्टया आरोप सही मिले। जिसके बाद शहर निवासी असद खान की तहरीर पर कंपनी के निदेशक शशिकांत मौर्य, उसके भाई सूर्यकांत मौर्य, मैनेजर अमित सिंह, एजेंट सुनील आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। एसपी सिटी, सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय, सदर कोतवाल प्रवीण सिंह मामले की जांच करेंगे। पुलिस सबसे पहले कंपनी के एजेंटों की तलाश कर रही है। जिनसे पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा अन्य शिकायतें भी मांगी जा रही हैं। जिससे पता चल सके कि कंपनी में कितने लोगों के खाते थे और उन्होंने कितने रुपये जमा किए थे।
किसी ने बेटी की शादी तो किसी ने पढ़ाई को जमा किए रुपये
कंपनी में मजदूर, व्यापारियों से लेकर अधिवक्ताओं ने भी रुपये जमा किए थे। किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए धीरे-धीरे रुपये जमा करने तो किसी ने बच्चों की पढ़ाई के लिए पाई-पाई जोड़ने का सोचा था कि निर्धारित समय पर इकट्ठी धनराशि मिलेगी जो उनके बहुत काम आएगी। कंपनी में रुपये जमा करने वाले नवादा स्थित होटल के संचालक ने बताया कि उन्होंने अपना व्यापार बढ़ाने के लिए रुपये जमा किए थे। कंपनी को साढ़े सात लाख रुपये का भुगतान करना था। वहीं मोहल्ला नेकपुर निवासी सुनील ने बताया कि कंपनी पर उनके साढ़े 14 हजार रुपये थे। इंद्राचौक से एसके कॉलेज मार्ग पर ठेला लगाने वाले युवक का सवा लाख रुपये था। इसी तरह अन्य सैकड़ों लोगों के रुपये कंपनी पर थे। लोगों को चिंता है कि कंपनी का मालिक बरेली से भाग गया है। अब उनके रुपये कौन दिलाएगा।
मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कंपनियों पर कार्रवाई की मांग
जन दृष्टि संस्था (व्यवस्था सुधार मिशन) के अध्यक्ष व संस्थापक अधिवक्ता हरि प्रताप सिंह राठौड़ ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है। उन्होंने लोगों की मेहनत की कमाई पर डाका डालने वाले फाइनेंस कंपनी संचालकों की संपत्तियों को जब्त करके बुलडोजर चलवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी से पहले जिले में कल्पवट और कल्पतरू फाइनेंस कंपनियां लोगो के रुपये हड़प चुकी हैं। कंपनी के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई रिपोर्ट दर्ज होने तक सीमित रह गई। लोगों के रुपये वापस नहीं मिल पाते। ऐसी कंपनियों की संपत्तियों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है। उनकी संपत्ति पर बुलडोजर चलवाया जाए।
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