UP News: प्रदेश में आज से शिक्षकों के लिए खुले प्राइमरी स्कूल, सांसद-विधायकों ने पूर्ण बंदी की मांग की
लखनऊ, अमृत विचारः परिषदीय विद्यालय गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार से खुल गए हैं। बेसिक शिक्षा परिषद ने बच्चों के लिए 30 जून तक छुट्टी घोषित की है, लेकिन शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और शिक्षणेतर कर्मचारियों को स्कूल आना होगा।
शिक्षकों को समय से स्कूल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि बच्चे 1 जुलाई से स्कूल आएंगे। तब तक शिक्षकों को नए सत्र की पढ़ाई की तैयारी और अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए कहा गया है। स्कूल का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा। लखनऊ के बीएसए राम प्रवेश ने बताया कि शहर के सभी 1618 परिषदीय विद्यालयों को समय से खोलने के आदेश जारी किए गए हैं, और खंड शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।
अभिभावकों से नामांकन कराने का आग्रह
शिक्षकों को बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। बीएसए ने बताया कि जिन स्कूलों में नामांकन शून्य है, उनकी समीक्षा की जा रही है। अभिभावक बच्चों का दाखिला कराने के लिए स्कूल जा सकते हैं। यदि स्कूल बंद मिले तो विभाग को सूचित करें।
शिक्षकों को राहत की मांग
भीषण गर्मी को देखते हुए कई जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए भी 30 जून तक स्कूल बंद करने की मांग की है। कौशाम्बी से सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, अरुण पाठक, डॉ. बाबूलाल तिवारी आदि ने आवश्यक कार्य ऑनलाइन घर से कराने का सुझाव दिया है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ ने भी मुख्यमंत्री से परिषदीय विद्यालयों का सत्र 1 जुलाई से 20 मई तक करने की मांग की है।
संघ के अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा कि सत्र को 1 अप्रैल से शुरू करना अव्यवहारिक है, जिससे शिक्षकों, अभिभावकों और बच्चों को कठिनाइयां होती हैं। गर्मी के कारण अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से हिचकते हैं, जिसका असर नामांकन पर पड़ता है। इसलिए सत्र को पहले की तरह 1 जुलाई से शुरू किया जाए।
बीएसए के तबादले पर रोक
शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण, स्कूल चलो अभियान और अन्य विभागीय कार्यों के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के तबादले अगले आदेश तक नहीं होंगे। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप विभागीय कार्यों को बेहतर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। रविवार को तबादले की अंतिम तिथि होने के कारण कई लोग इसके इंतजार में थे।
