शाहजहांपुर: मानसून आने को और बाढ़ से बचाव की तैयारियां अधूरी
शाहजहांपुर, अमृत विचार। मानसून आने को है और बाढ़ से बचाव की ज्यादातर तैयारियां अधूरी हैं। अभी तक ठोकरों की मरम्मत ठीक से नहीं हो पाई है और न ही पुल को ऊपर उठाया जा सका है। अभी तक पुल को ऊपर उठाने के लिए कोई परियोजना बनी है या नहीं यह भी साफ नहीं है। बीते वर्ष बाढ़ ने महानगर में भारी तबाही मचाई थी। भारी संख्या में लोगों को अपने घरों को छोड़कर पलायन करना पड़ा था। ऐसे में वर्षा काल शुरू होने से पहले बाढ़ से बचाव करने को जरूरी माना जा रहा था, लेकिन सिंचाई विभाग ऐसा नहीं कर पाया है।
आधा जून बीत चुका है। इसके साथ ही 20 जून से मानसून सक्रिय होने के आसार हैं। तैयारियां न होने से बांधों से पानी छोड़े जाने पर शहर में फिर से बाढ़ का प्रभाव दिख सकता है। हालांकि अजीजगंज में नदी की बाढ़ से बचाने के लिए सवा तीन करोड़ से ठोकरों की मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है। जिसे
अधिकारी इसी माह पूरा कराने का दावा कर रहे हैं, लेकिन पुल व सड़क को ऊंचा करने के लिए कोई तैयारी नहीं हो सकी। पिछले वर्ष गर्रा व खन्नौत नदी की बाढ़ में शहर का बड़ा हिस्सा प्रभावित हुआ था। अजीजगंज क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ प्रभावित हो गया था। पानी नेशनल हाईवे पर मुख्य सड़क के
ऊपर चलने लगा था। इस दौरान तटबंध की सभी छह ठोकरें क्षतिग्रस्त हो गईं थीं। फिर से बाढ़ आने पर कटान न हो, इसके लिए सिंचाई विभाग की ओर से ठोकरों की मरम्मत का कार्य अप्रैल में शुरू किया गया था। करीब डेढ़ किमी इसके तहत बड़े-बड़े पत्थरों को नदी के किनारे डालने के साथ ही तटबंध के रूप में तैयार किया जा रहा है। इसके बाद पत्थर की पिचिंग (पत्थर बिछाने का कार्य) होगा।
पुल नहीं किया जा सका ऊंचा
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए डीएम ने अजीजगंज और न्यू सिटी ककरा के बीच गर्रा नदी नदी पर बने पुल और सड़क को ऊंचा करने के निर्देश दिए गए थे। जिससे नदी का जल स्तर बढ़ने पर दोनों क्षेत्रों को बाढ़ के प्रकोप से बचाया जा सके। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इसको लेकर अभी कोई परियोजना तैयार नहीं हुई है। गर्रा नदी के किनारे न्यू सिटी ककरा में नगर निगम कार्यालय के नवीन भवन के साथ ही अर्बन हाट, सामुदायिक हाल का निर्माण करवाया जा रहा है। बाढ़ आने पर इनके डूबने की संभावना सबसे पहले बनेगी। अधिकारियों के अनुसार बाउंड्रीवाल निर्माण का कार्य अर्बन हाट व सामुदायिक हाल बनाने वाली एजेंसियों की ओर से करवाया जा रहा।
एसडीओ, सिंचाई सत्यपाल सिंह ने बताया कि बाढ़ में क्षतिग्रस्त तटबंध की ठोकरों को मरम्मत कराने का कार्य करवाया जा रहा है। जो इसी माह पूरा हो जाएगा। पुल और सड़क को ऊंचा किए जाने के कार्य को लेकर अभी कोई परियोजना नहीं है।
