बदायूं: मुहूर्त की वजह से अटका जिले की तीन वृहद गोशालाओं का निर्माण कार्य
बदायूं, अमृत विचार। सड़कों और खेतों में विचरण कर रहे गोवंश को संरक्षण करने के लिए तीन वृहद गोशालाओं का निर्माण होना है। इसकी शासन स्तर से मंजूरी बीते साल दिसंबर में मिल चुकी है। भूमि पूजन जनप्रतिनिधियों को करना है, लेकिन छह माह बाद भी जनप्रतिनिधियों को सही मुहूर्त न मिलने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।
जिले में हजारों की संख्या में गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। यह गोवंश लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं। सड़कों और खेतों में विचरण करने वाले इन गोवंश को संरक्षण करने के लिए जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन वृहद गोशालाओं का निर्माण होना है। गोशालाओं का निर्माण 4.8036 करोड़ रुपये से होना है। ब्लॉक म्याऊं क्षेत्र के गांव कोड़ा जयकरन, ब्लॉक समरेर के गांव गदरौली और ब्लॉक वजीरगंज के गांव गुठेला में बनाई जानी है। एक गोशाला के निर्माण में 1.6012 करोड़ की धनराशि खर्च होनी है। गोशालाओं के निर्माण के लिए शासन की ओर से बीते साल दिसंबर की दो तारीख को दी गई थी।
इन गोशालाओं का निर्माण कार्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा भूमि पूजन बाद किया जाना है, लेकिन छह माह बाद भी जनप्रतिनिधियों को इतना समय नहीं मिल सका कि वह भूमि पूजन कराकर गोशालाओं का निर्माण कार्य शुरू करा सके। शुभ मुहूर्त न मिलने के कारण गोशालाओं का निर्माण कार्य अटका हुआ है। इनके न बनने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फसलों की रखवाली करने के लिए उनका दिन और रात खेतों पर ही बीत रहा है। इनके बन जाने से किसानों को काफी हद तक आवारा घूम रहे गोवंश से छुटकारा मिल जाएगा।
400 की क्षमता वाली होगी एक गोशाला
1.6012 करोड़ की लागत से बनने वाली वृहद गोशाला में करीब 400 गोवंश संरक्षित हो सकेंगे। गोशाला में गोवंश के लिए सभी सुविधाएं होंगी। हरे चारे की व्यवस्था के लिए चारा बुवाई का काम भी गोशाला की भूमि पर होगा।
अवर अभियंता, सीएलडीएफ इंद्रजीत ने बताया कि तीन गोशालाओं का निर्माण फर्म को करना है। इनका निर्माण कार्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा भूमि पूजन के बाद किया जाएगा, लेकिन अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने समय नहीं दिया है। इससे भूमि पूजन नहीं हो पा रहा है। जनप्रतिनिधियों से भूमि पूजन के लिए समय मांगा है। तिथि निर्धारित होने के बाद भूमि पूजन कराया जाएगा।
