बदायूं : फसल देखने खेत पर गए किसान की करंट लगने से मौत
सूचना देने के बाद भी विद्युत उपकेंद्र से बंद नहीं की गई बिजली की सप्लाई
कुंवरगांव, अमृत विचार। खेतिहर इलाके में बिजली का खंभा टूटने पर एक किसान करंट की चपेट में आ गया। किसान की मौके पर मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मौत के बाद परिजनों में चीत्कार मचा है। ग्रामीणों का आरोप है कि मंगलवार शाम आई तेज आंधी में बिजली का खंभा टूट गया था। जिसके बाद नीचे लटक गए थे। सालारपुर बिजली उपकेंद्र पर तैनात लाइनमैन रूपकिशोर को सूचना दी थी। आरोप है कि लाइनमैन ने सूचना के बाद भी सप्लाई बंद नहीं की थी। जिससे हादसा हो गया।
थाना कुंवरगांव क्षेत्र के गांव हरीनगला निवासी रामपाल उर्फ भगतजी (65) पुत्र हरद्वारी बुधवार सुबह लगभग आठ बजे खेतों पर फसल देखने गए थे। जहां से वापस आते समय श्यामपाल के खेत की मेढ़ पर पहुंचे। जहां बिजली का खंभा टूटने की वजह से बिजली का तार लटक रहा था। जिसमें करंट आ रहा था। रामपाल तार की चपेट में आ गए। करंट लगने पर वह तारों के ऊपर ही गिर पड़े। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। खेतों पर काम कर रहे किसानों ने उनकी परिजनों को सूचना दी। परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक वेदपाल सिंह पुलिस बल के साथ खेत पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के बड़े बेटे वीरपाल सिंह ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि ग्रामीणों ने बिजली पोल टूटने की सूचना बिजली घर पर दे दी थी लेकिन इसके बावजूद सप्लाई बंद नहीं की गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आए दिन बिजली के तार टूटते रहते हैं। लाइनमैन लाइन सही करने के पांच सौ रुपये तक मांगते हैं। उसके बाद ही लाइन ठीक की जाती है। मौके पर लेखपाल प्रकाश सिंह भी पहुंच गए। ग्रामीणों के फोन करने पर बिजली विभाग के जेई का नंबर बंद मिला।
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