UP News: सीट को लेकर पैसेंजर्स में लड़ाई... खूनी खेल में तब्दील, चश्मदीदों ने बयां किया दिल दहला देने वाला आंखों देखा मंजर, देखें वीडियो
सहारनपुर, अमृत विचारः दिल्ली से सहारनपुर जा रही एक पैसेंजर ट्रेन में सीट को लेकर हुए झगड़े में खेकड़ा के अहिरान मोहल्ले के रहने वाले दीपक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह वारदात शुक्रवार रात को हुई। जीआरपी ने इस मामले में पांच नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। खेकड़ा और बसी गांव के पांचों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के कीर्तिनगर के मूल निवासी और वर्तमान में खेकड़ा के अहिरान मोहल्ले में रहने वाले वीरेंद्र ने बताया कि वह दिल्ली में दुकान पर काम करने के बाद अपने जीजा दीपक यादव, दोस्त नितिन और कुछ अन्य युवकों के साथ ट्रेन से खेकड़ा लौट रहा था। फखरपुर रेलवे हाल्ट पर उनके एक साथी के उतरने के बाद ट्रेन जैसे ही आगे बढ़ी, खेकड़ा और बसी के 15-20 युवकों ने उनसे सीट खाली करने को कहा।
सीट को लेकर शुरू हुए विवाद में हमलावरों ने दीपक को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। वीरेंद्र और नितिन ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उनकी भी पिटाई कर दी। इस मारपीट में दीपक की ट्रेन में ही मौत हो गई। खेकड़ा स्टेशन पर ट्रेन के धीमे होते ही हमलावर कूदकर फरार हो गए। वीरेंद्र की शिकायत पर बड़ौत जीआरपी थाने में संजीव, राहुल, विशाल (बसी), प्रियांशु (निर्भय एंक्लेव), और सिद्धार्थ (रैदासपुरी, खेकड़ा) समेत 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
मारपीट में घायल हुए मृतक का साला और दोस्त
जीआरपी ने तफ्तीश के दौरान पांचों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने सीट विवाद में मारपीट की बात कबूल की। इस घटना में घायल हुए वीरेंद्र और नितिन का इलाज कराया गया।
वीडियो में दिखी हमलावरों की क्रूरता
घटना के दौरान कुछ यात्रियों ने मारपीट का वीडियो बना लिया, जिसमें हमलावरों की भीड़ दीपक को बेरहमी से पीटती दिख रही है। बीच-बचाव करने वालों को भी धक्का देकर नीचे गिराया गया। जीआरपी अब इस वीडियो के आधार पर अन्य हमलावरों की पहचान कर रही है।
चश्मदीद का बयान: हम बचाते रहे, वो मारते रहे
वहां मौजूद वीरेंद्र और नितिन के अनुसार कि दिल्ली से ट्रेन चलने के बाद दीपक और एक उसके अन्य साथी सीट पर बैठे थे, जबकि वे दोनों फर्श पर बैठे थे। फखरपुर से पहले हमलावरों की उनके एक साथी के साथ तकरार हुई थी, जो वहां उतर गया। इसके बाद हमलावरों ने दीपक पर हमला कर दिया। दोनों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने दीपक को तब तक पीटा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। नितिन ने बताया कि 10 दिन पहले भी सीट को लेकर हमलावरों से झगड़ा हुआ था, जो समझौते के बाद सुलझ गया था।
दीपक था परिवार का इकलौता सहारा
खेकड़ा के राजेंद्र सिंह ने बताया कि दीपक का परिवार मूल रूप से मेरठ के कंकरखेड़ा का रहने वाला है। 35 साल पहले उनके पिता ऋषि कुमार यादव की मृत्यु के बाद मां संतोषी देवी, दीपक और उसकी बहन गुड़िया के साथ खेकड़ा में रहने लगी थीं। दीपक दिल्ली के भगीरथ पैलेस में झूमर के शोरूम में काम करता था। उसके परिवार में अब मां, पत्नी, बेटी छवि (12) और डेढ़ साल का बेटा चुन्नू बचे हैं।
जीआरपी की कार्रवाई
सीओ जीआरपी श्वेता आशुतोष ओझा ने बताया कि मृतक और आरोपी अक्सर एक साथ ट्रेन से दिल्ली आते-जाते थे। शुक्रवार रात सीट को लेकर हुए विवाद में मारपीट हुई, जिसमें दीपक की मौत हो गई। पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और अन्य की तलाश जारी है।
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