बाराबंकी : सिंचाई व्यवस्था में न हो लापरवाही, नहरें रहें चालू
सीएम डैशबोर्ड की रैंकिंग सुधार को लेकर समीक्षा बैठक
बाराबंकी, अमृत विचार : जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट में सीएम डैशबोर्ड की रैंकिंग में सुधार के लिए बैठक की। उन्होंने विभागीय परियोजनाओं की समीक्षा की, जो पिछले माह 'ए ग्रेड' से नीचे थीं। जिलाधिकारी ने फैमिली आईडी योजना पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने नियोजन विभाग को नगर निकायों और अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाने के निर्देश दिए।
फैमिली आईडी योजना प्रदेश सरकार की पहल है, जो हर परिवार को विशिष्ट पहचान देती है। यह आईडी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में सहायक होगी। उन्होंने धान की रोपाई को देखते हुए सिंचाई विभाग को विशेष निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि नहरों की सिल्ट सफाई मानकों के अनुसार समय से पूरी की जाए। नहरों में पानी टेल तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में पंचायती राज, ऊर्जा, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन और शिक्षा विभाग के कार्यों की भी समीक्षा हुई। सभी विभागों को सीएम डैशबोर्ड पर दर्ज कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए। बैठक में सीडीओ अन्ना सुदन, एडीएम डॉ. अरुण कुमार सिंह और अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करें
विद्युत विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने आपूर्ति व्यवस्था और उपभोक्ता समस्याओं पर चर्चा की। जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मी के मौसम में बिजली आपूर्ति बेहद जरूरी है। फॉल्ट होने पर अभियंता तुरंत समाधान करें। उपभोक्ताओं की शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए। रामनगर क्षेत्र के अधिशासी अभियंता को बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए।
आपदा की स्थिति में बिजली आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके लिए कार्ययोजना बनाने को कहा गया। डीएम ने आरडीएसएस योजना के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने ऊर्जा प्राप्ति, बिलिंग कार्य और लाइन हानि की जानकारी ली। क्षतिग्रस्त ट्रांसफॉर्मरों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने सभी कार्यों को समयसीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। खराब ट्रांसफॉर्मर समय पर बदलने को कहा। नई बिजली लाइनें बिछाने के काम में तेजी लाने और मैनपावर बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में सीडीओ अन्ना सुदन, अधीक्षण अभियंता विद्युत राजबाला और विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
लापरवाही पर डीएम ने जताई नाराजगी
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता अमित कुमार और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। डीएम ने पाइपलाइन बिछाने से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को कार्य पूर्ण होने की लिखित सूचना देने के निर्देश दिए। आईजीआरएस और अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों के धीमे निस्तारण पर उन्होंने नाराजगी जताई।
कई निर्माण एजेंसियों की धीमी प्रगति पर डीएम ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने देरी करने वाली एजेंसियों के खिलाफ नोटिस जारी करने के आदेश दिए। पानी की टंकियों के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में खराब जलापूर्ति की स्थिति पर चिंता जताते हुए डीएम ने इसे सुधारने की रणनीति बनाने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि घरों में नल कनेक्शन, पाइपलाइन, वितरण प्रणाली और टंकी निर्माण के सभी कार्य समयबद्ध और मानक के अनुरूप पूरे किए जाएं। यह सुनिश्चित करने को कहा कि ग्रामीण जनता को योजना का लाभ समय पर मिले।
कम जगह में बनेगा घना जंगल
वृक्षारोपण महाअभियान 2025 की तैयारियों को लेकर जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में सीडीओ अन्ना सुदन और प्रभागीय वनाधिकारी आकाश बधावन समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। जिले में मियावाकी तकनीक से वृक्षारोपण किया जाएगा। इस तकनीक में कम क्षेत्रफल में अधिक घनत्व के साथ बहुस्तरीय पौधारोपण होता है। इससे कम समय में टिकाऊ और जैवविविधता से भरपूर जंगल तैयार किया जा सकता है। डीएफओ आकाश बधावन ने बताया कि इस विधि से तैयार वन कार्बन अवशोषण, तापमान नियंत्रण और मिट्टी संरक्षण में प्रभावी होते हैं।
जनपद में एक विशिष्ट वन भी विकसित किया जाएगा। इसमें धार्मिक, सांस्कृतिक, औषधीय और आर्थिक महत्व की स्थानीय प्रजातियां शामिल होंगी। वृक्षारोपण की निगरानी के लिए सभी पौधों की जियो टैगिंग की जाएगी। साथ ही स्थलवार फोटोग्राफी और ऑनलाइन ट्रैकिंग भी होगी। जनपद में कुल 58,06,660 पौधों का वृक्षारोपण लक्ष्य रखा गया है। इसमें सभी विभागों की भागीदारी रहेगी। वृक्षारोपण अभियान को जनआंदोलन बनाने के लिए विभिन्न विभागों, स्वयंसेवी संगठनों, विद्यालयों और आम नागरिकों को जोड़ा जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि वृक्षारोपण केवल लक्ष्य पूर्ति का औपचारिक कार्य नहीं है। यह एक दीर्घकालिक दायित्व है। लगाए गए प्रत्येक पौधे को जीवित रखना और उसकी समयबद्ध देखरेख करना सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी होगी।
महादेवा में नाम-पते के साथ लगेंगी दुकानें
श्री लोधेश्वर धाम महादेवा में लगने वाले श्रावण मास मेले की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने समीक्षा बैठक की। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय, सीडीओ, एडीएम और एसडीएम रामनगर सहित जिले के अधिकारी मौजूद रहे। मेला 11 जुलाई से शुरू होगा। पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि मेले में लगने वाली सभी दुकानों पर दुकानदार का नाम, पता, पहचान पत्र और रेट बोर्ड अनिवार्य रूप से लगा होना चाहिए। जिलाधिकारी ने बैरिकेडिंग में सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए।
बैरिकेडिंग की बल्लियों के बीच लोहे की मजबूत जाली लगाई जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वाहन पार्किंग की विशेष व्यवस्था की जाएगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। मेले की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। बोहनिया और अभरन तालाब के आसपास प्रकाश व्यवस्था की जाएगी। रात में बिजली आपूर्ति निर्बाध रखी जाएगी। अभरन तालाब पर अतिक्रमण रोका जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। एसडीएम रामनगर को मेले की सभी व्यवस्थाओं की कार्ययोजना और डायग्राम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इन व्यवस्थाओं को महादेवा कॉरिडोर प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा।
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