Good News: छह शहरों की संवरेगी सूरत, 71 करोड़ से बनेगा रीजनल प्लान, जानें क्या कुछ है नया

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: लखनऊ जल्द दिल्ली-एनसीआर की राह पकड़ेगा। स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर) के अंतर्गत लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव व रायबरेली में नियोजित रूप से विकास व अवस्थापना के कार्य कराए जाएंगे। इससे इन जनपदों में लोगों को निवास के लिए बेहतर माहौल मिलेगा और रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे। आर्थिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी।

शुक्रवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के पारिजात सभागार में शुक्रवार को हुई एक अहम बैठक में हाईलेवल कमेटी के चेयरमैन केशव वर्मा के समक्ष इस योजना का प्रेजेन्टेशन दिया गया। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि यूपी एससीआर के लिए जीआईएस आधारित क्षेत्रीय महायोजना तैयार करने के लिए कंसल्टेंट के रूप में एईकॉम इंडिया प्रालि एवं एजीस इंडिया कन्सल्टिंग इंजीनियर्स प्रालि के कंसोर्टियम का चयन किया गया है। 71 करोड़ की लागत से कंसल्टेंट कंपनी द्वारा एक वर्ष में रीजनल प्लान तैयार किया जाएगा। साथ ही अगले पांच वर्ष में रीजनल प्लान के मुताबिक परियोजनाओं को चिन्हित करते हुए उनका डीपीआर तैयार करेंगी। स्थल पर परियोजनाओं को क्रियान्वित कराने का काम कराएंगी।
इस मौके पर प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग पी गुरू प्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब, आवास बंधु के निदेशक रवि जैन व मुख्य नगर नियोजक केके गौतम समेत वर्ल्ड बैंक की टीम, शहरी योजनाकार व अभियंता उपस्थित रहे।

एससीआर के लिए वर्ल्ड बैंक करेगा मदद

बैठक में वर्ल्ड बैंक की टीम भी मौजूद रही। इनके सदस्यों ने बताया गया कि वर्ल्ड बैंक की सहभागिता से कई विकसित देशों के शहरों में इस तरह का नियोजित विकास किया गया है। वह एससीआर को बेहतर ढंग से विकसित करने के लिए इस तरह की सफल परियोजनाओं की सूचनाएं साझा करेंगे। एससीआर के रीजनल प्लान में हेरिटेज व सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजा जाएगा।

जनपदों के बीच मिलेगी हाईस्पीड कनेक्टिविटी

उपाध्यक्ष ने बताया कि एससीआर का क्षेत्रफल लगभग 26,700 वर्ग किमी होगा। इसमें शामिल लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी और रायबरेली में आधारभूत सुविधाओं को उच्चीकृत किया जाएगा। जनपदों के बीच हाई स्पीड कनेक्टिविटी का प्रावधान किया जाएगा। इसके तहत मिसिंग रोड नेटवर्क को पूर्ण किया जाएगा, रैपिड रेल, रिंग रोड व एक्सप्रेस-वे का काम कराया जाएगा। आवागमन तेज और सुगम होने से औद्योगिक व व्यावसायिक विकास को बल मिलेगा।

गांवों तक पहुंचेंगी शहरी सुविधाएं

बैठक में बताया गया कि एससीआर में शामिल अन्य जनपदों की तुलना में लखनऊ अधिक विकसित है। आसपास के जनपदों से रोजाना हजारों लोग व्यवसाय, नौकरी, स्वास्थ्य, शिक्षा समेत विभिन्न कारणों से लखनऊ आते हैं। एससीआर के धरातल पर उतरने से अन्य जनपदों में भी समानांतर रूप से विकास होगा। इससे निवेश बढ़ेगा, रोजगार व व्यवसाय के अवसर सृजित होंगे। गांवों तक शहरी सुविधाएं पहुंचेंगी और लोगों को उनके क्षेत्र में ही निवास, व्यापार व नौकरी आदि के लिए बेहतर माहौल मिलेगा।

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