Bareilly: वैज्ञानिक को डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरफ्तार...क्रिप्टो करेंसी में बदले ठगी के 1.29 करोड़

बरेली, अमृत विचार। बीते दिनों आईवीआरआई के वैज्ञानिक के साथ हुई डिजिटल अरेस्ट कर 1.29 करोड़ की ठगी का पुलिस ने खुलासा कर दिया। ठगी करने वाले चार डिजिटल ठगों को गिरफ्तार किया गया। इन डिजिटल ठगों का नेटवर्क देश के कई राज्यों में फैला हुआ है।
दरअसल बीती 17 से 20 जून के बीच इज्जतनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले रिटायर्ड वैज्ञानिक शुकदेवनंदी को डिजिटल अरेस्ट कर 1.29 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में इन साइबर ठगों ने ट्रांसफर करा लिए थे। आरोपियों पहले खुद को सीबीआई और बेंगलुरु पुलिस का अधिकारी बताया। जब साइंटिस्ट पूरी तरह इनके झांसे में आ गए तो डरा धमका कर उनकी रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराए।
पुलिस के मुताबिक गिरोह के सदस्यों ने 125 खातों में ठगी की रकम को ट्रांसफर किया। इसके बाद क्रिप्टो करेंसी में बदलकर अपने गिरोह के सदस्यों के वॉलेट में भेज दिया। इनका नेटवर्क दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु, राजस्थान, आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों तक है। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि गिरोह के सदस्यो के पास से मोबाइल फोन एटीएम कार्ड, चेकबुक आदि बरामद किया गया।
पुलिस ने गिरोह के जिन चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, उनमें किसी ने बीएस, किसी ने बीएससी तो किसी ने बीकॉम तक शिक्षा हासिल की है। गिरफ्तार ठगों में सुधीर कुमार चौरिसया (26) निवासी लाला बाग लखनऊ, रजनीश द्विवेदी (25) निवासी खालेगांव, थाना धिपया गोंडा, ,श्याम कुमार वर्मा (27) निवासी रुपपुर मदेगंज खदरा लखनऊ महेंद्र प्रताप (30) निवासी गोमती नगर एक्सटेंशन लखनऊ शामिल हैं।