छांगुर बाबा को हो फांसी की सजा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने की मांग, बताया समाज का दुश्मन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने सोमवार धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को फांसी की सजा देने की वकालत की है। उन्होने कहा कि गैर-मुस्लिम लड़कियों को बहला-फुसलाकर किया जा रहा अवैध धर्मांतरण निंदनीय है।
उन्होंने इस तरह के अपराधों में शामिल लोगों के लिए फांसी की सजा की मांग की है। हाल ही में यूपी एटीएस ने अवैध धर्म परिवर्तन के एक बड़े गिरोह के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है, जिसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम था। छांगुर बाबा पर अलग-अलग समुदायों की लड़कियों को निशाना बनाने और उनके लिए एक 'रेट लिस्ट' तैयार करने का आरोप है।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने इसे 'सुनियोजित साजिश' करार देते हुए कहा कि हमारी बेटियां कोई प्रयोगशाला नहीं हैं, जहां धर्मांतरण की जहरीली सोच का टेस्ट हो। जो बेटियों को छलकर उनका धर्म छीनते हैं, वे समाज के दुश्मन हैं। ऐसे लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवैध धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाया है और अब समाज की जिम्मेदारी है कि वह चुप न रहे और इस मुद्दे पर आवाज उठाए।
अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि बेटियों को झूठ, लालच और धोखे से धर्म बदलने पर मजबूर करने वालों के लिए फांसी ही एकमात्र सजा होनी चाहिए। यूपी एटीएस की इस कार्रवाई को राज्य में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा माना जा रहा है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने महिलाओं से अपील की कि वे इस तरह की साजिशों के खिलाफ एकजुट हों और अपनी आवाज बुलंद करें।
