Bharat Bandh 2025: प्रदेश के मजदूरों से संयुक्त किसान मोर्चा ने की हड़ताल को सफल बनाने की अपील, वामपंथी दलों का भी मिला समर्थन

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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अमृत विचार, लखनऊः चारों श्रम संहिता रद्द करने, न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये प्रति माह करने, स्कीम वर्कर्स को राज्य कर्मचारी घोषित करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, सभी फसलों का स्वामीनाथन आयोग के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने, समान काम के लिये समान वेतन देने, सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर नियुक्ति करने, बिजली, रेलवे, कोयला स्टील आदि सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर रोक लगाने, ठेका प्रथा समाप्त करने आदि मांगों को लेकर होने वाली हड़ताल को सफल बनाने की अपील श्रमिक नेताओं ने की है।

श्रमिक नेताओं ने कहा है कि इसका आवाहन दस केन्द्रीय श्रम संगठनों और सैकड़ों स्वतन्त्र फेडरेशन के संयुक्त मंच ने किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस हड़ताल का समर्थन करते हुये ग्रामीण हड़ताल का आवाहन किया है। श्रमिक नेताओं ने कहा है कि मुख्य कार्यक्रम अपर श्रमायुक्त कार्यालय पर ट्रेड यूनियन के साथी एकत्रित होगें।

राज्य कर्मचारी बीएन सिंह प्रतिमा के सामने एकत्रित होगें। बीमा व बैंक के साथी अपने अपने संस्थानों में हड़ताल कर प्रदर्शन करेगें। बिजली के साथी शक्ति भवन पर प्रदर्शन करेगें। उक्त जानकारी एचएमएस के महामंत्री उमाषंकर मिश्रा, एटक के महामंत्री चन्द्रशेखर, इण्टक के मंत्री दिलीप श्रीवास्तव, सीटू के महामंत्री प्रेम नाथ राय, एआईटीयूटीसी के महामंत्री बालेन्द्र कटियार, एक्टू के प्रदेश अध्यक्ष विजय विद्रोही तथा सेवा की महामंत्री फरीदा जलीस ने दी।

हड़ताल को वामपंथी दलों का समर्थन

 संयुक्त ट्रेड यूनियनों की ओर से आहूत अखिल भारतीय हड़ताल का वामपंथी दलों सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई माले, फारवर्ड ब्लाक, आरएसपी तथा लोकतांत्रिक जनतादल ने समर्थन किया है। वामपंथी दलों के पदाधिकारियों ने अपनी सभी इकाईयों द्वारा सक्रिय सहयोग द्वारा हड़ताल को सफल बनाने का आवाहन किया है। उन्होंने कहा कि यह हड़ताल न केवल मजदूरों बल्कि किसानों, खेत मजदूरों, छात्रों, युवाओं और समाज के अन्य तबकों के हित के लिए एक निर्णायक लड़ाई है।

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