बदायूं: कायाकल्प योजना को मिली रफ्तार, 2158 स्कूलों को मिली पहली किस्त की ग्रांट
राज्य परियोजना ने भेजी चार करोड़ की धनराशि, मर्ज किए गए स्कूलों पर असमंजस
बदायूं, अमृत विचार। परिषदीय स्कूलों में सुविधाएं बेहतर करने के लिए कायाकल्प योजना के तहत जिले में नई शुरुआत की गई है। राज्य परियोजना की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को लगभग 8 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। इसके तहत पहली किस्त के रूप में चार करोड़ रुपये की धनराशि विभाग को प्राप्त हुई है, जिसे जिले के 2158 परिषदीय स्कूलों की प्रबंध समितियों के खातों में भेजा जा रहा है।
हाल ही में मर्ज किए गए 141 स्कूलों को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। यह तय नहीं हो सका है कि इन स्कूलों को भी कायाकल्प की ग्रांट दी जाएगी या नहीं। इसे लेकर बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने राज्य परियोजना निदेशक को पत्र भेजकर निर्देश मांगे हैं। जैसे ही निर्देश प्राप्त होंगे, मर्ज किए गए स्कूलों के संबंध में भी निर्णय लिया जाएगा।
दीवारों पर निपुण भारत की पेंटिंग अनिवार्य
ग्रांट मिलने के बाद स्कूलों में निपुण भारत अभियान के तहत दीवारों पर लोगो की पेंटिंग करानी होगी। इसके अलावा अक्रियाशील शौचालयों की मरम्मत, टाइल्स लगाने और यूरिनल पॉट की टूट-फूट ठीक कराने जैसे कार्य प्राथमिकता में होंगे।
स्वच्छता पर खर्च करनी होगी 10 प्रतिशत राशि
प्रत्येक स्कूल को मिली ग्रांट की 10 प्रतिशत राशि स्वच्छता पर खर्च करना अनिवार्य होगा। इसमें टॉयलेट क्लीनर, साबुन, फिनायल, चूना, झाड़ू, नेलकटर, हैंडवॉश आदि क्रय कर विद्यालय की स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी।
छात्रों की संख्या के आधार पर ग्रांट का वितरण
धनराशि का आवंटन स्कूलों में नामांकित बच्चों की संख्या के आधार पर किया गया है।
50 बच्चों वाले स्कूल: रुपये 25,000
100 तक नामांकन: रुपये 50,000
150 तक नामांकन: रुपये 75,000
बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कायाकल्प की ग्रांट आ गई है। अभी 50 प्रतिशत धनराशि मिली है, जिसे सभी स्कूलों को भेजा जा रहा है। मर्ज किए गए 141 स्कूलों को ग्रांट मिलेगी या नहीं, इसके लिए राज्य परियोजना निदेशक से मार्गदर्शन मांगा गया है। निर्देश मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
