पीलीभीत: जिपं बोर्ड बैठक में हंगामा, आरोप-प्रत्योराप के बीच कृषि अधिकारी को जड़ा थप्पड़, विरोध में कर्मियों ने दिया धरना
पीलीभीत, अमृत विचार। जिला पंचायत की गुरुवार को आयोजित बोर्ड बैठक उस वक्त विवादों में घिर गई, जब एक युवक ने खाद की स्थिति पर बोल रहे जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र पाल को थप्पड़ मार दिया। यह घटना जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मौजूदगी में हुई, जिससे सभागार में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद सदस्यों ने बीच-बचाव कर किसी तरह अधिकारी को बचाया। घटना के बाद जिला कृषि विभाग से जुड़े अफसरों और कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने इस मामले में अब कार्रवाई करने की मांग की है। कृषि अधिकारी से मारपीट करने वाले युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपी है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिले में विकास कार्यों की रूपरेखा तय करने के लिए गुरुवार को जिला पंचायत की बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर कर रही थीं। जिसमें सीडीओ राजेंद्र कुमार श्रीवास समेत विभिन्न जिला स्तरीय अफसर मौजूद थे। सदस्य और अफसरों की मौजूदगी में सदन की कार्रवाई शुरू हुई। एक एक कर सवाल और विकास कार्यों पर चर्चा की जाने लगी। शुरुआत में ही जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों की गैरमौजूदगी और विकास कार्यों की अनदेखी पर नाराजगी जताई। सदस्य असलम जावेद ने कहा कि कई बार बुलाने के बावजूद अधिकारी बैठक में शामिल नहीं होते। निर्माण विभाग पर नियंत्रण न होने और क्षेत्रीय कार्यों की जानकारी न देने पर भी उन्होंने सवाल उठाए। तभी पंचायत सदस्य प्रतिनिधि नितिन पाठक ने खाद की किल्लत को लेकर सवाल उठाए। इस पर जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र पाल से जानकारी मांगी तो वह तर्क देते हुए खाद की उपलब्धता की जानकारी देने लगे। इस पर सदन में बहसबाजी शुरु हो गई। इतना ही नहीं सदस्य प्रतिनिधि और कृषि अधिकारी के बीच हंगामा होना शुरु हो गया। तभी अचानक एक युवक ने उनके ऊपर पानी की बोतल फेंककर मार दी। जिसके बाद कृषि अधिकारी के पास खड़े एक युवक ने कृषि अधिकारी के थप्पड़ मारते हुए धक्का मुक्की शुरु हो गई।
ऐसे में सदन में भगदड़ मच गई। आनन-फानन में मौजूद सदस्यों और सुरक्षाकर्मियों ने युवक को वहां से हटाया। ऐसे में काफी देर तक सदन की कार्रवाई रुकी रही। बैठक में हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा। हालांकि चर्चा है कि मारपीट करने वाला युवक एक सदस्य का वाहन चालक है। बैठक में सदस्य प्रतिनिधि नितिन पाठक ने विद्युत विभाग को सबसे भ्रष्ट विभाग करार दिया। उन्होंने कहा कि जिले में बिजली विभाग लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले में सबसे आगे है। यहीं हाल कृषि विभाग का है। घटना के बाद वह बैठक छोड़कर चले गए। उधर, कृषि अधिकारी से हुई घटना की जानकारी मिलते ही अन्य कर्मचारी भी कार्यालय में एकत्र हो गए। कई अन्य विभागों के अफसरों और कर्मचारियों ने भी समर्थन किया। जिसके बाद कर्मचारी एकत्र होकर सीडीओ के पास पहुंचे। जहां उनके कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। सदन में हुई मारपीट के मामले में नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की। इसके बाद कृषि अधिकारी ने अपने साथ हुई मारपीट के मामले से डीएम ज्ञानेंद्र सिंह को गांधी सभागार पहुंचकर अवगत कराया। जिसके बाद कोतवाली पहुंचकर मारपीट और अभद्रता करने वाले युवक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने जिला कृषि अधिकारी का मेडिकल परीक्षण कराया है।
सदस्य आते नहीं, प्रतिनिधि संभालते मोर्चा
घटना के बाद ये भी सवाल उठाए गए कि जिला पंचायत बोर्ड बैठक में भले ही सदन में सदस्य के बैठने का नियम हो या फिर किसी बड़े प्रतिनिधि से नामित व्यक्ति बैठक का प्रितिनिधित्व कर सकते है, लेकिन यहां हर बैठक में चुने गए सदस्य बैठक से गायब रहते हैं। मगर उनके रिश्तेदार और अन्य लोग आकर सदस्य बनकर बैठक में सवाल जवाब करते हैं। जिस पर कई बार सवाल उठ चुके है, लेकिन आज तक इस पर रोक नहीं लगाई गई है। इस घटना के बाद भी बोर्ड में कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
बैठक में खाद की किल्लत को लेकर चर्चा चल रही थी। तभी एक बाहरी युवक बाहर से आया और उसने जिला कृषि अधिकारी के साथ आते ही मारपीट कर दी। मारपीट को देखते हुए बीच बचाव करा दिया गया था। सदन में इस तरह की हुई घटना को लेकर निंदा की गई है। मारपीट करने वाला शायद ऐसा कोई हो जिसे खाद न मिल रही हो। किसी सदस्य के द्वारा बोतल फेंककर मारने का मामला संज्ञान में नहीं है। - गुरभाग सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि।
